रांची: पीएलएफआई सुप्रीम दिनेश गोप ने रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र में भाजपा अनुसूचित जनजाति जिला मोर्चा अध्यक्ष जीतराम मुंडा की हत्या से इनकार किया है।
इस संबंध में दिनेश गोप ने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि पीएलएफआई संगठन का इस हत्या से कोई संबंध नहीं है।
पत्र में जीतराम मुंडा का हत्या का खंडन करते हुए कहा गया है कि संगठन से जीत राम मुंडा का किसी तरह का कोई दोस्त या दुश्मन नहीं था।
संगठन का इस हत्या से कोई संबंध नहीं है और संगठन का मनोज मुंडा से भी कोई परिचय और किसी तरह का कोई दोस्ती नहीं है ।
इसमें संगठन का को बदनाम करने के लिए राजनीतिक साजिश रचा गया है। संगठन जीतराम मुंडा की हत्या से साफ इनकार करता है।
दूसरी ओर जीतराम मुंडा की हत्या मामले में एसआईटी की टीम लगातार मनोज मुंडा की तलाश में छापेमारी कर रही है।
पहले से जीतराम मुंडा की रेकी की जा रही थी। अबतक के जांच में घटना के वक्त का मनोज का मोबाइल लोकेशन भी उसी जगह का मिला है।
उसके बाद से ही मनोज का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है। इस कारण शक की सुई मनोज की तरफ घूम रही है।
पुलिस ने रेकी करने वाले एक युवक को हिरासत में लिया है। एसआईटी उससे पूछताछ कर रही है। वारदात के आरोपी सस्पेक्टेड मनोज मुंडा की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।
बताया गया कि 23 दिसंबर, 2014 को करंट लगने से मनोज मुंडा की पत्नी की मौत हो गई थी। हत्या का आरोप मनोज मुंडा पर लगा था।
इस मामले में मनोज मुंडा को सात साल की सजा हुई थी। मनोज मुंडा का मानना था कि जीतराम मुंडा ने ही उसकी गिरफ्तारी कराई थी। पूरे घटना से नाराज मनोज मुंडा जीतराम मुंडा की जान का दुश्मन बन गया।
जेल में ही उसने जीत राम की हत्या करने की योजना बनाई थी। वह जैसे ही जेल से बाहर निकला, उसपर वार किया, लेकिन उस दौरान फायर नहीं हो पाने के कारण जीतराम मुंडा की जान बच गई।
हत्या के प्रयास के मामले में फिर मनोज मुंडा को जेल जाना पड़ा। इसके बाद जब से मनोज मुंडा जेल से बाहर निकला था, वह मौके की तलाश में था।
उल्लेखनीय है कि 22 सितम्बर को राजधानी रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र के पालू स्थित आर्यन लाइन होटल में बुधवार की रात बाइक सवार दो अपराधियों ने भाजपा नेता जीतराम मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मृतक जीतराम मुंडा रूपा तिर्की प्रकरण में ब्लॉक चौक पर बंधु तिर्की का पुतला दहन करने के बाद वापस अपने घर लौट रहे थे।
वह आर्यन होटल में रुककर चाय पी रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर एक अपराधी पीछे से उनके करीब जाकर कनपटी में गोली मार दी।
आनन-फानन में जीतराम मुंडा को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था।