रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने सरकार से जेपीएससी परीक्षा रद्द करने और दोषियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है।
प्रकाश रविवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस जी बोल रहे थे। उन्होंने जेपीएससी को अनियमितता और भ्रष्टाचार का केंद्र बिंदु बताया।
उन्होंने कहा कि जेपीएससी भ्रष्टाचार का अखाड़ा बन गया है। उन्होंने 49 में से अधिकांश साहेबगंज ,लोहरदगा सेंटर के छात्रों को असफल घोषित किये जाने पर कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी और छात्रों के संघर्ष की जीत है।
उन्होंने कहा कि गड़बड़ी व्यापकता में हुई है, इसलिए नियमावली 30 के अनुसार सभी का ओएमआर सीट प्रकाशित किया जाए। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
प्रकाश ने कहा जिनके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो। उन्होंने कहा कि चेयरमैन जांच को प्रभावित कर सकते हैं इसलिए चेयरमैन को बर्खास्त करते हुए एफआईआर दर्ज किया जाए।
उन्होंने कहा कि इस गड़बड़ी के पीछे कई बड़े लोगों का हाथ है। पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए। राज्य सरकार सीबीआई जांच की अनुशंसा करे।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रारम्भ से इस बड़े भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़को पर आवाज बुलंद किया है। छात्रों के विरोध प्रदर्शन में पार्टी शामिल हुई ।
सरकार पोल खुल न जाये इसलिए विधायक और छात्रों पर लाठी चार्ज कर आवाज को दबाने की कोशिश की। कांग्रेस झामुमो के कई बड़े नेता भ्रष्टाचार का समर्थन करते रहे। आज उनकी कलई खुल गयी, उन्हें सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
संवैधानिक संस्थाओं पर जानबूझ कर ग्रहण लगा बैठी है सरकार
प्रकाश ने कहा कि 23 महीने की सरकार में 33 सौ बहन बेटियों के साथ दुष्कर्म हुए, बहन बेटी महिला आयोग में अपनी आवाज नहीं उठा सके
क्योंकि सरकार महिला आयोग का गठन नहीं कर रही है। मुख्य सूचना आयुक्त, सूचना आयुक्त, बाल संरक्षण आयोग का गठन नहीं हुआ है।
जबकि महाराष्ट के बाद सर्वाधिक मानव तस्करी के मामले झारखंड से है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल नहीं चाहती है कि राज्य सरकार की पोल इन संस्थाओं से उजागर हो सके।
प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस के महंगाई रैली के मुद्दे पर कहा कि कांग्रेसी नेता मंहगाई के सवाल पर नहीं बल्कि राजस्थान घूमने गए हैं। कांग्रेस शासित राजस्थान में सबसे ज्यादा मंहगाई की मार है।
सबसे ज्यादा महंगी बिजली, पानी, पेट्रोल, डीजल, सबसे ज्यादा होल्डिंग टैक्स राजस्थान में ही वसूली जाती है। कांग्रेस के नेता विधवा विलाप कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड में मंहगाई कम करने के बजाए सत्ता की मलाई खाने में व्यस्त हैं। डीजल पेट्रोल पर वैट घटाकर कीमतें कम करने की जिम्मेवारी निर्वहन करना छोड़ ड्रामेबाजी कर रहे हैं।
कांग्रेस को आमजन से थोड़ा भी मतलब नहीं है। राज्य की सरकार जनविरोधी सरकार है।