Ranchi Assistant Teacher: झारखंड टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (JTET) पास सहायक अध्यापकों (Assistant Teachers) का वेतनमान की मांग को लेकर संघर्ष जारी है।
अपने धरने के 127वें दिन मंगलवार को वे राज भवन से मुख्यमंत्री आवास घेराव करने एकजुट हुए, मगर पुलिस ने उन्हें राजभवन के पास ही बैरिकेडिंग का रोक दिया।
इन शिक्षकों का कहना है कि उच्चस्तरीय कमेटी की अनुशंसा (2020 एवं 2021) और बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ व हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों, जहां टेट सफल पारा शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा दिया गया है। इस आधार पर झारखंड के भी सफल जेटेट पास पारा शिक्षकों को भी इंसाफ मिलना चाहिए।
सहायक आचार्य परीक्षा से मुक्त किया जाए
प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश उपाध्याय का कहना है कि वर्ष 2012 में शिक्षक नियुक्ति नियमावली के आधार पर झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) के प्राप्तांक और शैक्षणिक योग्यता, अनुभव के आधार पर वर्ष 2015 से वर्ष 2019 तक लगभग 20 हजार से अधिक प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी।
संगरक्षक प्रमोद कुमार (Pramod kumar) का कहना है कि टेट पास सहायक अध्यापक सम्प्रति पारा शिक्षकों को झारखंड के महाधिवक्ता के लिखित परामर्श के आधार पर सहायक आचार्य की परीक्षा से मुक्त रखते हुए वेतनमान प्रदान किया जाए।
सीधी बहाली की उठती रही है मांग
गौरतलब है कि JET Pass Assistant Teacher सहित पारा शिक्षक बीते 20 वर्षों से लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहते हैं। इनकी मांग है कि सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत, NEP और NCTE के सभी वांछित अहर्ताओं को पूरा करने वाले 14 हजार 42 टेट पास सहायक अध्यापकों को सीधे बहाल किया जाए।