रांची: धनबाद के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में झारखंड हाई कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई।
चीफ जस्टिस डॉ रविरंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने टिप्पणी करते हुए कहा कि इस घटना से न्यायिक पदाधिकारियों का मनोबल गिरा है।
यदि जल्द से जल्द मामले का खुलासा नहीं हुआ, तो यह न्याय व्यवस्था के लिए ठीक नहीं होगा। कोर्ट ने अगले सप्ताह प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश सीबीआई को दिया।
इसके साथ हाईकोर्ट ने इस बात को लेकर भी चिंता जताई कि पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी जज की हत्या की गई है।
सुनवाई के दौरान सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर अदालत में वीसी के माध्यम से उपस्थित होकर अदालत को अब तक की जांच की जानकारी दी।
सीबीआई ने कोर्ट को बताया गया कि सीबीआई के कई अधिकारी इस केस पर काम कर रहे हैं और सीबीआई संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही है।
सीबीआई इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि जानबूझकर ऑटो से टक्कर मारी गई या फिर यह घटना कैसे हुई।
ज्वाइंट डायरेक्टर ने अदालत से कहा कि सीबीआई इस मामले के हर एंगल पर जांच कर रही है।
पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि अब तक की जांच से हाईकोर्ट संतुष्ट नहीं है। जांच आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। अब तक सिर्फ दो लोगों की गिरफ्तारी हो पाई है।
ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने जज को धक्का मार के हत्या क्यों की यह मिस्ट्री अभी तक सुलझ नहीं पाई है।
इसके साथ ही हाई कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई हर सप्ताह जो स्टेटस रिपोर्ट रिपोर्ट दायर कर रही है वह संतोषजनक नहीं है। जुडिशल ऑफिसर की हत्या हुई है हमें परिणाम चाहिए।
उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई की सुबह करीब पांच बजे धनबाद में सुबह की सैर पर निकले एडीजे उत्तम आनंद को एक ऑटो ने पीछे से आकर जोरदार टक्कर मारी थी।
इस घटना में जज उत्तम आनंद की मौत हो गई थी। यह पूरी वारदात वहां लगे एक सीसीटीवी में कैद हुई थी। इसकी फुटेज किसी साजिश की ओर इशारा कर रही थी।
सीसीटीवी फुटेज से साफ हुआ था कि जज उत्तम आनंद को जान बूझकर ऑटो से टक्कर मारकर हत्या की गई थी।
जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है। हाई कोर्ट इस मामले की लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। झारखंड पुलिस द्वारा प्रारंभिक दौर में इस मामले की जांच की जा रही थी।
इसके बाद सीबीआई ने इस केस को ले लिया है। सीबीआई की टीम लगातार इस मामले में जांच कर रही है।