न्यूज़ अरोमा रांची: राजधानी में उग्रवादियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए राजभवन से कुछ ही दूरी पर स्थित रातू रोड चौक पर पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने का काम किया है।
उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) ने रातू रोड चौराहे पर पोस्टर और बैनर लगाएं हैं। पोस्टर में एनआईए के खिलाफ उग्रवादी संगठन ने जमकर भड़ास निकाली है।
पोस्टर में लिखा है कि नक्सली जांच के नाम पर एनआईए विस्थापित प्रभावित निर्दोष आम जनता को मारपीट फर्जी मुकदमा करना बंद करें। साथ ही एनआईए और पुलिस प्रशासन के दलाल दलाली करना बंद करें।
सीसीएल, एनटीपीसी के अधिकारी विस्थापित प्रभावित आम जनता को धमकी मारपीट गाली-गलौज करना बंद करें।
आम जनता की अपनी हक अधिकार जल, जंगल, जमीन से बेदखल करने वाली शिखंडी सरकार के खिलाफ मजदूर किसान एकजुट हो। भारत श्रेष्ठ भारत कहने वाले देखो भारतीय विस्थापन नीति से जनता है बेहाल।
भारत सरकार विकास विकास चिल्लाता है। झारखंड में खदान चलता है और पूंजीवादी माफियाओं का पेट भरता है।
झारखंड में सीसीएल, बीसीसीएल, एनटीपीसी की ओर से अतिक्रमण और उत्खनन कर खेती योग्य जमीन को पहाड़ और बंजर बनाना बंद करें।
पोस्टर बाजी की सूचना मिलते ही सुखदेव नगर, कोतवाली और गोंदा थाना मौके पर पहुंची और पोस्टर को ज़ब्त कर लिया। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टरबाजी करने के पीछे किसका हाथ है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिन टीएसपीसी के द्वारा चतरा, हजारीबाग, रामगढ़ और रांची में भी पोस्टर पाजी की गई थी। पोस्टर बाजी में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लिखे थे। इस पोस्टबाजी की घटना की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
रांची शहर के पंडरा इलाके में भी पोस्टरबाजी की गई
तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) की ओर से सोमवार को पिपरवार, चान्हो, खलारी, बुढ़मू, बुंडू के अलावा रांची शहर के पंडरा इलाके में भी पोस्टरबाजी की गई।
पोस्टरबाजी में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लिखे थे।
इस पोस्टरबाजी की घटना की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। आसपास लगी सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है।
पुलिस पता लगा रही है कि यह हरकत टीएसपी उग्रवादियों का है या किसी शरारती तत्वों का है।