रांची: झारखंड में उत्तर-पश्चिम की ओर से आ रही बर्फीली हवा का असर एक बार फिर से दिखने लगा है।
राज्य के के सभी जिलों का अधिकतम तापमान सामान्य से कम हो गया है। इससे ठंड बढ़ गयी है।
रांची में 48 घंटे के अंदर न्यूनतम तापमान में छह डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, कांके का न्यूनतम तापमान तीन डिग्री पर पहुंच गया है।
सोमवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में राज्य में सबसे अधिक तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस चाईबासा और सबसे कम तापमान आठ डिग्री रांची का दर्ज किया गया है।
सुबह नौ बजे के बाद ही धूप खिल रही है। हवा की गति सामान्य से थोड़ी तेज होने के कारण ठंड का एहसास ज्यादा हो रहा है।
खलारी में विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के प्रमुख अभिषेक आनंद ने सोमवार को बताया कि अगले चार से पांच दिनाें तक सुबह काेहरा रहेगा और दिन में धूप निकलेगा।
इसके बाद दो से तीन डिग्री तक तापमान में वृद्धि होगी। इसके बाद ही ठंड से राहत मिलने की संभावना है।
वहीं राज्य के कुछेक जगहों पर 48 घंटों के दरम्यान कहीं कहीं हल्के और मध्यम दर्जे का कोहरा छाने की संभावना है।
रांची का खलारी कोयलांचल सुबह-सुबह पूरी तरह कोहरे और धुन्ध में समा गया। क्षेत्र की विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम हो गई। ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहनों को काफी परेशानी हुई है।
बच्चे और बुजुर्गों को सतर्क रहने की जरूरत
रांची स्थित रिम्स के डॉ मणि भूषण सिन्हा ने बताया कि ऐसे मौसम में सेहत का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। जितना हो सके, गरम पानी का सेवन करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि बच्चे और बुजुर्ग, दोने के लिए इस मौसम में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। ठंड लगने के कारण कोल्ड डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है।
बच्चों में सर्दी, खांसी, निमोनिया और पीलिया होने की आशंका है। ब्लड प्रेशर के मरीजों में ब्रेन हेमरेज के साथ लकवा मारने की आशंका रहती है।