रांची: बैंकों के निजीकरण के विरोध में राज्य भर के सभी बैंक गुरुवार को बंद रहे।
हड़ताल के चलते बैंकों में कोई कामकाज नहीं हो रहा। लोग बैंक पहुंच रहे हैं लेकिन ताला देखकर परेशान होकर लौट जा रहे हैं।
पूरे झारखंड में 3215 बैंक शाखाएं हैं। इनमें निजी बैंक और सरकारी बैंक दोनों की शाखाएं शामिल हैं। रांची जिले में करीब 500 बैंक शाखाएं हैं।
इनमें कामकाज पूरी तरह ठप है। हड़ताल में राज्य के 24758 कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं। हड़ताल के कारण राज्य भर के 3285 एटीएम में भी गैस की किल्लत होने की संभावना है। हालांकि, बैंकों का कहना है एटीएम में पर्याप्त कैश उपलब्ध करा दिया गया है।
यूनियन के मुताबिक 16 और 17 दिसंबर इस दो दिवसीय हड़ताल के दौरान लगभग 4500 करोड रुपये का बैंकिंग लेनदेन प्रभावित रह सकता है। यूनियन का कहना है कि वह बैंकिंग लॉ संशोधन विधेयक का विरोध करेंगे।
उल्लेखनीय है कि हड़ताल दो दिनों तक चलेगी। इस दो दिवसीय हड़ताल के बाद सभी बैंक शनिवार को खुल जाएंगे। हालांकि, इसके बाद रविवार को छुट्टी के कारण अगले दिन बैंक बंद रहेंगे।
लगातार बैंकों में हड़ताल रहने से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस का कहना है कि बैंकों के निजी करण से ग्रामीण क्षेत्रों की कई शाखाएं बंद हो जाएंगी।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने बताया कि सरकार से चल रही बातचीत किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।