रांची: रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि मोरहाबादी मैदान के इर्द-गिर्द ठेला-खोमचा एवं अस्थाई दुकान लगाकर अपना जीवनयापन कर रहे लोगों की रोजी-रोटी हेमंत सोरेन की सरकार ने छीनी है।
उन्हें उपयुक्त जगह देने की जिम्मेदारी भी राज्य सरकार की ही है।
उन्होंने रविवार को कहा कि नगर निगम संबंधित दुकानदारों को जगह उपलब्ध कराने की दिशा में सिर्फ और सिर्फ एक माध्यम है।
इसलिए इन दुकानदारों की रोजी-रोटी छीने जाने को लेकर कुछ लोग रांची नगर निगम को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जो गलत है।
साथ ही कहा कि कुछ दिनों पूर्व मोरहाबादी में जिस जगह पर अपराधियों ने गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। वहां मुख्यमंत्री के पिता शिबू सोरेन का आवास है।
इसलिए राज्य सरकार ने अपनी गलती को छिपाने के लिए वहां से ठेला-खोमचा एवं अस्थाई दुकानों को हटाने का फरमान जारी कर दिया।
मेयर ने कहा कि यदि राज्य सरकार चाहती तो संबंधित स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगाकर एवं पुलिस पेट्रोलिंग की नियमित व्यवस्था कर हाई सिक्योरिटी जोन को सुरक्षित कर सकती थी।
संबंधित स्थल से निरीह दुकानदारों को हटाकर राज्य सरकार ने उनकी रोजी-रोटी छीनने का काम किया है।
उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि जब तक इन दुकानदारों के लिए उपयुक्त जगह की व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक उन्हें पूर्व की तरह ठेला, खोमचा एवं अस्थाई दुकान लगाने की इजाजत दी जाए। पुलिस-प्रशासन की ओर से हाई सिक्योरिटी जोन को सुरक्षित करने की व्यवस्था की जाए।