रांची: झारखंड में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के 253 सुविधा केंद्र कार्यरत हैं। इस योजना से सात लाख से अधिक ने लाभ उठाया है।
बताया गया है कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से गर्भवती माताओं और जन्म लेने वाले बच्चों के स्वास्थ्य लाभ के लिए कई तरह की योजनाएं आंगनबाड़ी के माध्यम से चलायी जा रही हैं।
उन्हीं योजनाओं के साथ एक अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत झारखंड में अब तक 732921 महिलाओं को इसका लाभ मिला है।
इस अभियान का लाभ रजिस्टर्ड महिलाओं को स्वयंसेवकों के माध्यम से पहुंचाया जाता है। इसके लिए झारखंड में रजिस्टर्ड स्वयंसेवकों की संख्या 137 हैं। इनमें से सक्रिय रूप से कार्यरत 14 ही हैं, जबकि सुविधा केंद्र की संख्या 253 है।
पीएमएसएमए के संचालन के लिए देशभर में 18,862 सुविधा केंद्र संचालित हैं। अभियान की शुरुआत से लेकर 13 दिसंबर 2021 तक के आंकड़े बताते हैं कि 3.04 करोड़ गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व काउंसिलिंग मिल चुकी है।
देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 6998 स्वयंसेवक कार्यरत हैं। इस अभियान की शुरुआत साल 2016 में शुरू किया गया है।