रांची: रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने कहा है कि झारखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार से अब तक कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
अधिकांश मामलों में संक्रमित लोगों ने ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण दम तोड़ दिया।
फिर भी रांची नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार एक हजार ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी से संबंधित आर्डर देने में आनाकानी कर रहे हैं।
मेयर ने बुधवार को कहा कि नगर आयुक्त जान बूझकर ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी की प्रक्रिया में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं।
अब तक तीन बार पत्राचार कर (22 अप्रैल, 27 अप्रैल व एक मई) नगर आयुक्त को ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी करने का निर्देश दिया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि पलामू उपयुक्त द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूरा कर अप्रैल माह में ही ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी का आदेश दिया गया, जिसे आधार मानते हुए मेदिनीनगर नगर निगम ने भी ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी की है।
मेदिनीनगर नगर निगम के आधार पर ही पलामू उपयुक्त द्वारा चयनित एजेंसी से निर्धारित दर पर एक हजार ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी करने का निर्देश नगर आयुक्त को दिया गया है।
साथ ही पलामू उपयुक्त द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी के लिए किए गए टेंडर, चयनित एजेंसी व निर्धारित दर की प्रति समेत मेदिनीनगर नगर निगम द्वारा पलामू उपयुक्त के टेंडर को आधार मानते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी संबंधी आदेश पत्र की प्रति भी नगर आयुक्त को उपलब्ध करा दिया गया है।
इसके अलावा झारखंड नगरपालिका अधिनियम में किए गए प्रावधान से संबंधित जानकारी भी नगर आयुक्त को दिया गया है।
मेयर ने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए व गंभीर मरीजों की जीवन रक्षा के लिए रांची नगर निगम को योग्य व जिम्मेदार अधिकारियों की जरूरत है।
वर्तमान हालात ऐसे हैं कि सभी पार्षद अपने-अपने वार्ड से संबंधित समस्याओं के निदान के लिए पत्राचार कर रहे हैं, लेकिन नगर आयुक्त को वार्ड से संबंधित समस्याओं के समाधान को लेकर कोई चिमटा नहीं है।
ऐसा नहीं है कि रांची नगर निगम के पास फंड की कमी है।
स्थाई समिति की विशेष बैठक में महापौर व उप महापौर अपने नागरिक सुविधा मद से एक हजार ऑक्सीजन सिलेंडर, दो एंबुलेंस एक शव वाहन एवं दवाई की खरीदारी से संबंधित प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान किया है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में नगर आयुक्त को स्वतः निर्णय लेना है न कि विभाग से कोई परामर्श या अतिरिक्त फंड की मांग करनी है।
मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त विपदा की इस घड़ी में ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी न कर आम लोगों के बहुमूल्य जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
केंद्र सरकार या राज्य सरकार आम लोगों की सुविधा व आवश्यक योजनाओं के लिए ही रांची नगर निगम को फंड उपलब्ध कराती है।
लेकिन नगर आयुक्त आम लोगों की आवश्यकता को देखते हुए उचित निर्णय लेने में जानबूझ कर टालमटोल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त के इस रवैये को देखते हुए जल्द ही ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी मामले में न्यायालय की शरण मे जाउंगी।