रांची : 8 लाख के इनामी नक्सली अघनू गंझू (Aghnu Ganjhu) को NIA और झारखंड की लातेहार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में अरेस्ट कर लिया है। उसे नक्सली कमांडर रविंद्र गंझू (Ravindra Ganjhu) का करीबी माना जाता है।
अघनू गंझू पर झारखंड पुलिस ने 5 लाख और NIA ने 3 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। अघनू मूल रूप से लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के मड़मा गांव का है।
माओवादियों की मौजूदगी की जांच
जान लीजिए कि NIA ने 23 अप्रैल 2021 को लातेहार के गारू थाना क्षेत्र स्थित रूप पंचायत के जंगल में माओवादियों की मौजूदगी की जांच को टेकओवर किया था।
NIA ने इस मामले में अघनू गंझू को मोस्ट वांटेड (Most Wanted) घोषित किया है। गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने इस मामले को टेकओवर कर जांच शुरू की है।
कब-कब क्या-क्या हुआ था
जानकारी के अनुसार, भाकपा माओवादी की सेंट्रल कमिटी (Central Committee) के सदस्य सुधाकरण (सरेंडर कर चुका) के भाई बी नारायण रेड्डी और दोस्त सत्यनारायण रेड्डी को रांची पुलिस ने 30 अगस्त 2017 को 25 लाख रुपये नकद और आधा किलोग्राम सोना के साथ के पकड़ा था।
इस मामले में रांची के चुटिया थाना में केस संख्या 180/2017 दर्ज हुआ था। जिसे NIA ने 31 अक्टूबर 2017 को टेकओवर करते हुए केस संख्या आरसी 14/2017 दर्ज किया था। इस मामले के अनुसंधान के दौरान NIA ने गुमला जिले के बिशुनपुर के रहने वाले नक्सली प्रभु साव (Naxalite Prabhu Saav) को गिरफ्तार किया था।
प्रभु साव ने दी थी जानकारी
प्रभु साव ने NIA को जानकारी दी थी कि भाकपा माओवादी की सेंट्रल कमिटी (Central Committee) के सदस्य सुधाकरण लातेहार जिले के गारू थाना क्षेत्र स्थित रूप पंचायत के जंगल में 100 से अधिक नक्सलियों के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है।
जिसके बाद NIA ने प्रभु साव की निशानदेही पर रुद्रा गांव के जंगल में छापेमारी (Raid) कर SLR की 13 राउंड गोली और नक्सली साहित्य बरामद किया था।