रांचीः झारखंड के स्कूलों में एकेडमिक सेशन 2023 से नई शिक्षा नीति लागू करने की तैयारियां तेज हो गई हैं।
स्कूलों का नया सिलेबस बनाने की तैयारी स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने शुरू कर दी है। तैयारियों को लेकर सभी जिलों से योग्य शिक्षकों को शॉर्टलिस्ट किया जा रहा है।
जिलों से मांगी टीचर्स की लिस्ट
जेसीईआरटी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोई शिक्षक इसमें न छूटे, जो भी पीजी योग्यताधारी शिक्षक हैं, चाहे वो प्राइमरी, मिडिल या फिर हाई स्कूल के ही क्यों न हों, उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए।
परिषद ने सभी जिलों से एमए, एमकॉम, एमएससी, एमएड, एमए इन एजुकेशन, एमए इन आट्र्स और एमए इन पीएचई किए शिक्षक और शिक्षिकाओं की लिस्ट मांगी गई है। प्राइमरी, मिडिल हाई और प्लस टू स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की जिलों को जानकारी देनी होगी।
टीचर्स की मांगी यह जानकारी
जिलों को शिक्षक का नाम, किस स्कूल में कार्यरत हैं, स्कूल का यू डाइस कोड, शिक्षक की बर्थ डेट, डेट ऑफ ज्वाइनिंग, एजुकेशनल क्वालिफिकेशन, हायर एजुकेशन व उच्चतर प्रशैक्षणिक योग्यता, उच्चतर शैक्षणिक योग्यता का विषय, शिक्षक का मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और शिक्षक अगर कहीं प्रतिनियोजन में हैं, तो उसकी भी जानकारी देनी होगी।
ऐसे तैयार होगा सब्जेक्वाइज सिलेबस
नई शिक्षा नीति में टीचर्स से विषयवार सिलेबस तैयार करवाया जाएगा। शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के अनुसार पहले ट्रेनिंग दी जाएगी।
इसके बाद शिक्षकों को उसी अनुसार पाठ्यक्रम तैयार करना होगा। इसके लिए शिक्षकों की टीम तैयार की जाएगी।
हर विषय के लिए अलग.अलग टीम होगी, जो संबंधित विषय की टीम के साथ को.ऑर्डिनेट कर सिलेबस तैयार करेगी।
हाई और प्लस टू स्कूलो के पाठ्यक्रम में वैसे अध्याय जो बच्चे पिछली क्लास में पढ़ चुके हैं और उसकी उतनी जरूरत नहीं है तो उसे हटा दिया जाएगा।
एक्सपट्र्स करेंगे टीचर्स को ट्रेंड
योग्यताधारी शिक्षक राज्य के अन्य शिक्षकों को ट्रेंड भी करेंगे। इसके लिए बीच.बीच में शिक्षकों की ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेनिंग होगी।
योग्यताधारी शिक्षकों को इस कार्य में लगाया जाएगा। स्कूलों में पठन.पाठन के बजाय इन कामों को करने के लिए शिक्षकों से पहले सहमति ली जाएगी।