रांची: डोरंडा श्मशान घाट पर शव जलाने के लिए सुबह से ही एंबुलेंस की कतार लग रही हैं।
वहीं रविवार को हरमू मुक्ति धाम में शव की कतार लगी हुई थी।
बता दें कि हरमू स्थित मोक्षधाम की खराब मशीन की मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है।
इसके बाद देर रात दो कोरोना संक्रमित शव का अंतिम संस्कार भी किया गया। मोक्षधाम में अब रोजाना 10 कोरोना संक्रमित शव जलाया जाएगा।
मशीन पर अधिक लोड पड़ने से बार-बार खराबी आ रही है।
इसे देखते हुए एक दिन में 10 शव जलाने का फैसला लिया गया है।
हालांकि कोरोना संक्रमण से मरने वालों की बढ़ती संख्या को देखते हुए घाघरा श्मशान घाट पर भी सामूहिक रूप से अंतिम संस्कार होता रहेगा।
इधर, रविवार को एक बार फिर मौत का नया रिकॉर्ड बना।
रांची के पांच श्मशान और तीन कब्रिस्तान में कुल 125 शव का अंतिम संस्कार हुआ। इसमें कुल 59 कोरोना पॉजिटिव मरीज़ थे।
यहां हुआ अंतिम संस्कार (दफनाया गया)
घाघरा श्मशान में 57 कोरोना संक्रमित के शवों का अंतिम संस्कार हुआ। हरमू मुक्तिधाम में 29, स्वर्णरेखा में 10, चुटिया श्मशान में 4, सीठियो व डोरंडा में 8, कांटाटोली कब्रिस्तान में 2 और रातू रोड कब्रिस्तान 13 शवों को दफन किया गया, जिसमें 2 कोरोना संक्रमित थे।