रांची: मेयर आशा लकड़ा ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि रांची नगर निगम में शीर्ष पद पर बैठे अधिकारी मीडिया में यह बयान दे रहे हैं कि पेयजल संकट से निपटने की सारी तैयारी पूरी हो चुकी है।
अब बैठक करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि नगर आयुक्त को बैठक करने की आवश्यकता महसूस नहीं हो रही है तो स्पष्ट करें कि अप्रैल से जून माह तक शहरवासियों को जलापूर्ति की सेवा उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने क्या तैयारी की है।
मेयर ने कहा कि रांची नगर निगम क्षेत्र के अधिकांश पार्षद उनके समर्थन में हैं। मात्र चार-पांच पार्षद निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
मेयर ने कहा कि 25 मार्च को इन पार्षदों ने ही विषय से विषयांतर होकर निगम परिषद की बैठक में हंगामा किया।
इसके बाद 27 मार्च को पुनः निगम परिषद की बैठक बुलाई गई तो इन पार्षदों ने निजी स्वार्थ से जुड़े एजेंडों पर बहस करना शुरू कर दिया।
नगर आयुक्त और ये पार्षद जिन पांच एजेंडों को जनहित से जुड़ा मामला बता रहे हैं, उसमें जनहित की नहीं, स्वहित की बात की जा रही है। ये पार्षद अन्य पार्षदों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।