रांची: आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से प्रमाणित और कोरोना के मरीजों में अति लाभकारी आयुष-64 दवा के इस्तेमाल व वितरण को लेकर बुधवार को एक प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
होम्योपैथिक नैदानिक अनुसंधान इकाई के प्रभारी व नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील प्रसाद के साथ बोड़ेया में प्रशिक्षण हुआ।
इसमें सेवा भारती के पदाधिकारी शामिल हुए। आयुष-64 दवा वितरण का शुभारंभ किया गया।
इस मौके पर डॉ सुनील प्रसाद ने बताया कि आयुष-64 दवा कोरोना के अलक्षणिक एवं हल्के लक्षण वाले (होम आइसोलेशन) एलोपैथिक उपचार ले रहे हैं उन्हें दी जाएगी।
कोरोना के हल्के लक्षण वाले 18 से 60 आयु के रोगी दो गोली सुबह,दोपहर एवं शाम भोजन के एक घंटे बाद 20 दिनों तक लेंगे और बिना लक्षण वाले रोगी दो गोली सुबह और शाम भोजन के एक घंटे बाद 20 दिनों तक लेंगे।
आयुष-64 दवा सेवन करने वाले रोगियों का 20 दिनों में चार बार स्वास्थ्य संबंधित सूचनाओं से केंद्र को अद्यतन कराते रहना है।
केवल गर्भवती महिलाएं या दूध पिलाने वाली माताएं इस दवा का सेवन नहीं करेंगी।
इस मौके पर सेवा भारती के प्रांतीय सचिव ऋषि पाण्डेय ने बताया कि आयुष मंत्रालय की ओर से आयुष-64 दवा वितरण के लिए सेवा भारती को नोडल एजेंसी बनाया गया है।
सेवा भारती के निर्देशन में पूरे राज्य में स्थानीय कार्यकर्ताओं की ओर से दवा वितरण किया जाएगा।
इसके लिए जिलावार सेवा भारती के सचिव,संयोजकों को जिम्मेवारी सौंपी गई है। साथ ही दवा वितरक टोली भी गठित की जा रही है।
दवा प्राप्त करने के लिए सेवा भारती के कार्यकर्ताओं और संस्था के निकटतम केन्द्र पर संपर्क कर सकते हैं।