रांची: भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है।
पत्र में मरांडी ने कहा है कि केन्द्र सरकार ने देवघर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना कर यहा के लोगों के लिए तोहफा दिया है।
अब 26 जून को नवनिर्मित एम्स, देवघर में ओपीडी का उद्घाटन होना प्रस्तावित है। सरकारी योजना के किसी भी कार्यक्रम शिलान्यास, उद्घाटन में स्थानीय सांसद एवं विधायक विधिवत आमंत्रित किए जाते हैं। लेकिन आपके नेतृत्व में चल रही सरकार ने इस लोकतांत्रिक व्यवस्था, परम्परा को ही तोड़ने का काम कर रही है।
किसी भी सरकार ने इस तरह का कार्य अभी तक नहीं किया है। जैसा कि जानकारी मिली है कोविड प्रोटोकॉल की वजह से पांच ही लोगों को उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहने की स्वीकृति दी जा रही है, जिसमें स्थानीय सांसद को सशरीर उपस्थित रहने का आमंत्रण नहीं दिया गया है, जो सामान्य शिष्टाचार के प्रतिकूल है।
केन्द्र सरकार की किसी भी संस्था के उद्घाटन कार्यक्रम में अतिथियों के नाम संबंधित मंत्रालय या संस्था तय करती है, लेकिन उक्त कार्यक्रम में राज्य सरकार, देवघर जिला उपायुक्त अतिथियों के नाम तय कर रही है, जो एक गलत और अलोकतांत्रिक प्रक्रिया की शुरूआत होगी।
यदि ऐसा होता है तो एक गलत परम्परा की शुरूआत होगी जो भविष्य के लिए उदाहरण बन जाएगा और आनेवाली सरकार भी इसी नक्शे कदम पर चलने के लिए मजबूर होगी।
केन्द्र अथवा राज्य सरकार के किसी भी सरकारी कार्यक्रम में स्थानीय सांसद, विधायक की विधिवत उपस्थिति अनिवार्य है लेकिन देवघर उद्घाटन कार्यक्रम में देवघर उपायुक्त द्वारा अतिथियों का नाम पक्षपातपूर्ण तरीके से तय करते हुए स्थानीय सांसद को कार्यक्रम में सशरीर उपस्थिति से रोकना सांसद के अधिकार का हनन भी है।
आपसे अपेक्षा करता हूँ कि देवघर उद्घाटन समारोह में स्थानीय सांसद की सशरीर उपस्थिति विधिवत सुनिश्चित कराऐंगे, ताकि लोकतंत्र की गरिमा बनी रहे एवं गलत परम्परा की शुरूआत नहीं हो सके।