रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारी में जुटने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने बहुत उम्मीद के साथ हम पर विश्वास किया और अपना समर्थन दिया। जनता के इस विश्वास पर सरकार के साथ-साथ संगठन की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह खरा उतरे।
सोरेन गुरुवार को रांची के हरमू सोहराई भवन में पार्टी के नेताओं के साथ हुई बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारी में जुटने का निर्देश दिया।
साथ ही कहा कि राजनीतिक दल हमेशा ही चुनाव की तैयारी करते हैं। अनवरत संगठन की तैयारी इसको लेकर चलते रहती है। 16 नवम्बर से फिर से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरू हो रहा है। इसमें भी पार्टी-संगठन के लोगों को जुटने की जरूरत है।
पांडेय ने कहा…
बैठक के बाद संवाददाताओं से पार्टी के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय (Vinod Kumar Pandey) ने कहा कि आज की बैठक इसलिए महत्वपूर्ण रही क्योंकि, इसमें खुद पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन शामिल हुए।
बैठक में पूरे राज्य से जिला और प्रखंड के अध्यक्ष एवं सचिव शामिल हुए थे। बैठक में पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ सरकार की योजनाओं को जनता के बीच बेहतर ढंग से ले जाने और उसका लाभ उन्हें पहुंचाने का निर्देश दिया गया।
पार्टी नेताओं को सदस्यता अभियान मजबूती से चलाने और निर्धारित लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि बैठक सरकार और पार्टी स्तर पर कई तरह के कार्यक्रम तय किए गये हैं, जिसे पार्टी जल्द ही बारी-बारी से जारी करेगी।
पांडेय ने कहा कि झामुमो और हेमंत सोरेन INDIA गठबंधन के महत्वपूर्ण अंग हैं। अभी पांच राज्यों में चुनाव होने हैं। इसमें कई आदिवासी बहुल सीटें हैं।
हेमंत सोरेन अपनी बात रखेंगे
झामुमो ने वहां उम्मीदवार तो नहीं दिया है लेकिन गठबंधन की ओर से मांग हुई तो निश्चित रूप से हेमंत सोरेन चुनाव प्रचार में जाएंगे। अभी तक इसकी मांग गठबंधन की ओर से नहीं आयी है।
पांडेय ने कहा कि यह सभी जानते हैं कि गत चुनाव में झारखंड की राजनीतिक परिस्थिति बदल चुकी है। गठबंधन में शामिल सभी दल जानते हैं कि झामुमो यहां पर बड़े भाई की भूमिका में है।
हमारे कार्यकारी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन INDIA गठबंधन कोर संयोजक कमेटी के सदस्य भी हैं। जब इंडिया गठबंधन की बैठक होगी तो हेमंत सोरेन (Hemant Soren) अपनी बात रखेंगे। इसके लिए वे अधिकृत किए जा चुके हैं। वे जो भी निर्णय करेंगे, पार्टी-संगठन के लिए वह मान्य होगा।