रांची: आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा है कि कोरोना महामारी का असर सिर्फ स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर ही नहीं पड़ा है, बल्कि इसका प्रभाव जीवन के सभी क्षेत्रों पर है।
कोरोना महामारी का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ज्यादा ही असर पड़ा है। खासकर स्कूली छात्र-छात्राएं इससे व्यापक रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
महतो ने मंगलवार को कहा कि पिछले कुछ महीनों से हमारे शिक्षा मंत्री गंभीर रूप से अस्वस्थ होने के कारण हमारे शिक्षाव्यवस्था में ठोस निर्णय क्षमता का अभाव दिख रहा है।
मुख्यमंत्री को इस विषय पर गंभीर समीक्षा करने की जरूरत है। फिलहाल स्कूल बंद होने की वजह से छात्रों को किताबें वगैरह उपलब्ध नहीं हो रहे हैं।
घर पर कंप्यूटर, इंटरनेट या पर्याप्त संख्या में मोबाइल ना होने के कारण जहां ऑनलाइन पढ़ाई में छात्रों को परेशानियां हो रही हैं। वहीं लड़कों को लड़कियों पर प्राथमिकता दी जा रही है।
कोरोना के कारण हुए आर्थिक तंगी के कारण लड़कियों की पढ़ाई छूटने का भी डर शामिल हो गया है।
आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों का कोरोना लॉकडाउन के बाद उनके घर में आर्थिक तंगी हो गई है और उनके पास खाने को भी पर्याप्त नहीं बचा है।
ऐसे हालात में बच्चों खासकर लड़कियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाने की स्थिति में ये परिवार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि दसवीं तथा बारहवीं कक्षा के छात्रों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इन कक्षाओं की पढ़ाई, उनकी भविष्य की नीव डालती है।
सिर्फ पास करवा देने पर उनकी आगे की प्रतियोगिता परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने की क्षमता को कमजोर कर सकती है।इनके लिए विशेष कोचिंग की व्यवस्था करनी होगी।
मुख्यमंत्री से यह अपील है कि वे खुद इस विषय को गंभीरता से लेते हुए, झारखंड के छात्रों का शिक्षा व उनके भविष्य के करियर को सुनिश्चित करें।