रांची: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मंत्री रामेश्वर उरांव ने बोकारो जिले में रेलवे स्टेशन पर पानी में भीगने से अनाज की बर्बादी पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अनाज का इस तरह से बर्बाद होना काफी चिंताजनक है।
लेकिन, इस बर्बादी के लिए राज्य सरकार दोषी नहीं है, बल्कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और भारतीय रेल जिम्मेवार हैं।
उरांव ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार की ओर से एफसीआई के माध्यम से राज्य सरकार को अनाज उपलब्ध करायी जाती है, लेकिन यह अनाज स्टेशन पर ही पानी में भीगने से बर्बाद हो रहा हैं। इसके लिए सीधे तौर पर एफसीआई और रेल प्रशासन जिम्मेवार है।
कोरोना संक्रमणकाल में राज्य के खजाने को हुए नुकसान पर पूछे गये एक प्रश्न के जवाब में उरांव ने कहा कि जीएसटी लागू हो जाने के बाद राज्य आर्थिक रूप से उत्पाद शुल्क, प्रोफेशनल टैक्स और वैट से ही राजस्व प्राप्त होता है।
संक्रमणकाल में लागू पाबंदियों की वजह से ये तीनों ही चीजें प्रभावित है। इस कारण राजस्व संग्रहण कम हुआ है।
अभी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत कई पाबंदियां लागू है। स्थिति सामान्य होने के बाद राजस्व संग्रहण में बढ़ोत्तरी के उपाय किये जाएंगे।
कृषिमंत्री बादल ने कहा कि भाजपा ने पहले वैक्सीन की बर्बादी को लेकर झूठा आंकड़ा पेश कर लोगों को गुमराह करने का काम किया है। अब बारिश में अनाज भीगने के मुद्दे पर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है।
यह केंद्र सरकार के गैर भाजपा शासित राज्यों के खिलाफ चलाये जाने वाले प्रोपगंडा का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एफसीआई के माध्यम से राज्य सरकार को अनाज उपलब्ध कराती है।
लेकिन एफसीआई और रेलवे प्रशासन की लापरवाही के कारण यह अनाज राज्य सरकार को प्राप्त ही नहीं हुआ, तो इसके लिए राज्य सरकार को कैसे जिम्मेवार ठहराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जब पिछले दस दिनों से यास तूफान की वजह से बारिश की संभावना की बात की जा रही थी, तो फिर एफसीआई और रेल प्रशासन की ओर से इसे सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम क्यों नहीं उठाया गया।
इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता उपस्थित थे।