रांची: रिम्स के मेडिकल कर्मियों के खाने में मंगलवार को छिपकली मिलने के मामले में बुधवार को पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है।
इस मामले में 24 घंटे में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
बीते मंगलवार को वेंटिलेटर टेक्नीशियन प्रिया रिम्स के किचन से खाना लेकर कॉटेज नंबर छह में गई।
खाना खोलने के बाद दाल में मरी हुई छिपकली देखा। उसने तत्काल कैंटीन के प्रबंधक को सूचना दी।
मामला तूल पकड़ा और चिकित्सा अधीक्षक ने पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया।
कमेटी को यह आदेश किया गया है कि रिम्स कैंटीन का भौतिक निरीक्षण कर वहां व्याप्त खामियों पर अपना जांच प्रतिवेदन 24 घंटे के अंदर सौंपे।
किचन मॉनिटरिंग कमेटी में पीएसएम विभाग की प्राध्यापक डॉ शालिनी सुंदरम को अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि चार सदस्य इसमें शामिल हैं।
इनमें जीव रसायन विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ अनूपा प्रसाद, जीव रसायन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अमित चैतन्य, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सचिव डॉ अनितेश और ए ग्रेड नर्स रामरेखा राय को शामिल किया गया है।
जांच कमेटी की सदस्य रामरेखा राय ने कहा कि मंगलवार को रिम्स कैंटीन से दिए गए खाने में छिपकली मिलने की जानकारी हुई।
इसके बाद मैंने खुद सभी लोगों से पूछताछ किया लेकिन किसी को कोई दिक्कत नहीं हुआ।
जिसने खाने में छिपकली मिलने की शिकायत की थी, रिम्स इमरजेंसी में उसकी जांच कराई गई थी लेकिन उसे भी कोई दिक्कत नहीं हुआ था।
पिछले एक साल से रिम्स पेईंग वार्ड के कैंटीन से लोगों को खाना दिया जा रहा है लेकिन किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई है।