रांची: झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि अपने तुगलकी फरमान के लिये चर्चित हेमंत सरकार ने फिर से जनभावनाओं को आहत करने वाले फैसले लिये हैं।
राज्य में सरहुल और रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध लगाकर राज्य सरकार ने जनता के धार्मिक परंपरा और संस्कृति पर हमला किया है।
दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कहा कि भाजपा भी चाहती है कि कोरोना संक्रमण से जनता को बचाया जाए लेकिन किसी समाज की धार्मिक, सांस्कृतिक भावनाएं भी आहत नहीं हो इसका भी ध्यान रखना राज्य सरकार की जिम्मेवारी है।
उन्होंने कहा कि सरकार तुगलकी फरमान से नहीं बल्कि जनभावनाओं के सम्मान से चलने चाहिये।
पहले भी राज्य सरकार को अपने तुगलकी फरमान से मुकरने की नौबत आ चुकी है।
क्योंकि यह सरकार जल्दबाजी में बिना सोचे विचारे निर्णय लेने में अभ्यस्त है। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी और कोविड के नियमों का पालन कराते हुए भी धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा सकते हैं।
इसलिये सरकार को इस दिशा में सोचने की जरूरत है, जिससे परंपरा और सांस्कृतिक भावनाएं भी आहत नहीं हो।
प्रकाश ने कहा कि यदि जनता को अपने धार्मिक अनुष्ठान को सम्पन्न कराने से सरकार रोकती है तो फिर मुख्यमंत्री भी घोषणा करें कि वे भी जनसभा,जनसंपर्क कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे।
प्रकाश ने सरकार से जनभावनाओं के अनुरूप अपने फैसले पर पुनर्विचार आग्रह किया।