रांची: मदिरा की थोक बिक्री निजी व्यवसाय और फर्म को दिए जाने के फैसले पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने तीखी प्रतिकिर्या व्यक्त किया है।
उन्होंने हेमंत सरकार के फैसले को लेकर शुक्रवार को कहा कि यह विशेष शराब माफियाओं को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कैबिनेट ने यह फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि गंभीर विषय पर सरकार माफिया तत्व के दबाव में निर्णय ले रही है। इस निर्णय से राज्य में भ्रष्टाचार का बढ़ावा दिया जाएगा।
साथ ही राजस्व का भी नुकसान होगा। इस फैसले में पर्दे के पीछे कौन लोग हैं, इसका खुलासा बहुत जल्द भाजपा करेगी।
उन्होंने कहा कि निजी व्यवसाय और कंपनियों को शराब की थोक बिक्री की स्वीकृति देने से भ्रष्टाचार के साथ-साथ शराब में मिलावट भी बढ़ने की आशंका है।
दुर्भाग्य है शराब पीने से लोगों की मौत होती रही है। मिलावटी के कई मामले भी सामने आए हैं।
इसके बावजूद निजी व्यवसायियों और कंपनियों को बिक्री की स्वीकृति दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि अभी-अभी जहरीली शराब पीने से 22 लोगों के मौत मामले में मुख्य आरोपी नरेश सिंघानियां की गिरफ्तारी हुई है। बावजूद सरकार आंख मूंदकर माफिया तत्वों का बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने कहा कि शराब में मिलावट रोकने के नजरिए से झारखंड में शराब की बिक्री का विशेषाधिकार झारखंड स्टेट बेवरेजेज कारपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) को दिया गया था।
लेकिन हेमंत सरकार ने कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया है कि व्यवसायी और कंपनियां अब राज्य में शराब की थोक बिक्री करेंगे। हेमंत सरकार का यह फैसला राज्य के लिए खरनाक होगा।