नई दिल्ली: कोरोना के बीच बढ़ती महंगाई लोगों का दम निकाल रही है।
पिछले महीने यानी अप्रैल में थोक महंगाई दर का सूचक यानी होलसेल प्राइस इंडेक्स 10.49 प्रतिशत रहा है। जबकि मार्च में यह 7.39 प्रतिशत था।
वाणिज्य मंत्रालय मंत्रालय के ताजा डाटा के मुताबिक, एक महीने में थोक महंगाई दर का सूचक में 3.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि महंगे क्रूड पेट्रोलियम और मिनरल ऑयल्स यानी पेट्रोल-डीजल के कारण वस्तुओं की थोक कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है।
मंत्रालय ने फरवरी महीने के थोक महंगाई दर के वास्तविक आंकड़े भी जारी कर दिए हैं।
मंत्रालय के मुताबिक, फरवरी में वास्तविक महंगाई दर 4.83 प्रतिशत थी। मार्च में यह 2.56 प्रतिशत बढ़कर 7.39 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।
फरवरी के मुकाबले अप्रैल में थोक महंगाई दर 5.66 प्रतिशत बढ़कर 10.49 प्रतिशत पर पहुंच गई है। हालांकि, मार्च और अप्रैल के आंकड़े प्रॉविजनल हैं।
इन दोनों महीनों में थोक महंगाई दर के वास्तविक आंकड़े बाद में जारी किए जाएंगे।
दाल और फलों ने बिगाड़ा बजट।
मंत्रालय के डाटा के मुताबिक, फूड आर्टिकल्स में अप्रैल महीने में दाल, फल और अंडा-मीट की थोक महंगाई दर बढ़ी है।
दालों की महंगाई दर 10.74 प्रतिशत, फलों की महंगाई दर 27.43 प्रतिशत, दूध की महंगाई दर 2.04 प्रतिशत और अंडा-मीट-मछली की महंगाई दर 10.88 प्रतिशत रही है।
नॉन-फूड आर्टिकल्स में ऑयल सीड्स की महंगाई दर 29.95 प्रतिशत, मिनरल्स की महंगाई दर 19.60 प्रतिशत और क्रूड पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस की महंगाई दर 79.56 प्रतिशत रही है।
फ्यूल एंड पावर सेगमेंट में एलपीजी की महंगाई दर 20.34 प्रतिशत, पेट्रोल की महंगाई दर 42.37 प्रतिशत और हाई स्पीड डीजल की महंगाई दर 33.82 प्रतिशत रही है।
इन वस्तुओं की थोक महंगाई घटी।
अप्रैल 2021 में फूड आर्टिकल्स में अनाज की महंगाई दर -3.32 प्रतिशत, धान की महंगाई दर -0.92 प्रतिशत, गेहूं की महंगाई दर -3.29 प्रतिशत, सब्जियों की महंगाई दर -9.03 प्रतिशत, आलू की महंगाई दर -30.44 प्रतिशत, प्याज की महंगाई दर -19.72 प्रतिशतरही है।
नॉन-फूड आर्टिकल्स और फ्यूल एंड पावर सेगमेंट में सभी वस्तुओं की थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी ही रही है।