रांची: रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने में आपके दिन रात काम का असर धरातल पर दिखने लगा है।
व्यवस्था बेहतर हो रही है और जिला में स्थिति पटरी पर लौटती दिख रही है, लेकिन ये समय अति महत्वपूर्ण है, हमें अब और ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है, ताकि कोरोना के रफ्तार पर लगाम लगाया जा सके।
उपायुक्त सोमवार को कोरोना नियंत्रण के लिए गठित विभिन्न कोषांगों की समीक्षा बैठक के दौरान पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी कोविड-19 के रोकथाम के लिए फोकस करें।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए अब गांव की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
पंचायत स्तर से कोरोना पर नियंत्रण का कार्य किया जायेगा।
उपायुक्त ने ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर टास्क फोर्स बनाने का निदेश दिया।
इस टीम में एएनएम, सहायिका और सहिया रहेंगे। ये टीम डोर टू डोर और अति संक्रमित क्षेत्रों में जाकर जांच करेगी।
जिन व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण पाये जायेंगे। उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट पंचायत स्तर पर ही बनायी गयी।
टीम के माध्यम से होगा।
आइसोलेशन किट वितरण के लिए टास्क फोर्स
जिला में पंचायत स्तर पर होम आइसोलशन किट वितरण के लिए टास्क फोर्स बनाया जायेगा।
इसी तरह का टास्क फोर्स प्रखंड स्तर पर भी होगा।
जिला स्तर पर उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में टास्क फोर्स बनाया जायेगा।
टास्क फोर्स के गठन को लेकर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बेड की संख्या और जांच बढ़ाने का निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के जिला में बेड़ की संख्या बढ़ाने का निदेश दिया।
उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को मौजूदा हालात देखते हुए आने वाले समय में कितने बेड की आवश्यकता होगी।
इस पर वर्कआउट कर रिपोर्ट देने को कहा।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 जांच की संख्या बढ़ाने का निदेश देते हुए उपायुक्त ने रैपिड एंटीजन टेस्ट, आरटीपीसीआर और ट्रूनॉट टेस्ट की प्रखंडवार रिपोर्ट समय पर देने को कहा।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सेल की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कोषांग के नोडल प्रभारी को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने का निदेश देते हुए कहा कि किसी तरह का बैकलॉग हो तो उसे जल्द से जल्द क्लियर करें।
‘मेडिकल किट वितरण का साप्ताहिक रिपोर्ट दें’
बैठक के दौरान होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों को मेडिसिन किट वितरण की भी समीक्षा उपायुक्त की ओर से की गई।
टेली कंसल्टेशन के माध्यम से होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की भी जानकारी लेने की कार्यप्रगति के बारे में उपायुक्त ने पूछा।
उन्होंने कहा कि आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को समय पर मेडिकल किट उपलब्ध कराएं और इसका साप्ताहिक रिपोर्ट दें।
उपायुक्त ने आईडीएसपी, सैंपल कलेक्शन, डिस्चार्ज मैनेजमेंट, बेड मैनेजमेंट, डेथ मैनेजमेंट, आईईसी आदि सेल के कार्यो की भी समीक्षा करते हुए संबंधित नोडल पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
टीकाकरण कार्य की भी समीक्षा
उपायुक्त ने जिला में 18 प्लस और 45 प्लस वैक्सीनेशन के कार्य की भी समीक्षा की।
टीका का दूसरा डोज पूरा करने के लिए जिला में कितने वैक्सीन की आवश्यकता है, इसकी जानकारी उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को देने को कहा।
उपायुक्त ने केन्द्रवार कितने लोगों का टीकाकरण हुआ, कितने लोगों का टीकाकरण शेड्यूल है और कितने वॉयल उपलब्ध हैं।
इसकी जानकारी संबंधित फॉर्मेट में प्रतिदिन देने को कहा।
टीकाकरण का मोमेंटम ब्रेक न हो : उपायुक्त
उपायुक्त ने कहा कि वैक्सीनेशन का मोमेंटम ब्रेक नहीं होना चाहिए।
जिला में जहां भी 45 प्लस वैक्सीनेशन सेंटर हैं वहां टीकाकरण का कार्य जारी रहेगा।
साथ ही 18 प्लस वैक्सीनेशन के लिए और नये सेंटर बनाने का निदेश उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को दिया।