रांची: झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह को शीघ्र गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है। विधायक की गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस एसोसिएशन ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
मामला झारखंड के गोड्डा जिले से जुड़ा है। गोड्डा के मेहरमा थाने के दारोगा कश्यप गौतम ने विधायक दीपिका पांडेय सिंह और उनके एक सहयोगी रॉबीन मिश्रा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।
दारोगा ने आरोप लगाया है कि एक मामले में निलंबित होने के बाद पुलिस केंद्र गोड्डा में योगदान दिया था।
25 अप्रैल को मेहरमा थाने के लंबित कांड और अन्य प्रभार सौंपने गया था।
इस दौरान शाम के करीब छह बजे कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह अपने सहयोगी रॉबीन मिश्रा के साथ पहुंची और कहा निलंबित दरोगा वापस इस क्षेत्र में कैसे आ गया।
इसके साथ ही विधायक के इशारे पर रॉबीन मिश्रा ने मारपीट शुरू कर दिया।
साथ ही कांड से संबंधित फाइलों को फाड़ दिया और कुछ दस्तावेज साथ लेकर विधायक चली गई।
मामले में पुलिस एसोसिएशन का आरोप है कि पहले विधायक ने एक पुलिस पदाधिकारी का कॉलर पकड़कर दुर्व्यवहार किया और फिर अपने सहयोगी के माध्यम से मारपीट कराई।
इसके बाद विधायक उल्टे धरने पर बैठ गई। एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा है कि यह पहली घटना नहीं है।
विधायक ने कोरोना महामारी में नियमों का उल्लंघन किया है। इससे पहले भी उन्होंने कोरोना महामारी के नियमों का उल्लंघन कर थाने में हंगामा किया था।
पुलिस एसोसिएशन सरकार और पुलिस मुख्यालय से मांग करती है कि विधायक की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए।
अगर जल्द विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो पुलिस एसोसिएशन आंदोलन को बाध्य हो जाएगा।
सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिसकर्मी अपनी जान की बाजी लगाकर आम लोगों की सेवा की थी। इस बार संक्रमण का खतरा बहुत अधिक है।
इसके बावजूद पुलिसकर्मी लगातार दिन-रात लोगों की सेवा में जुटे हैं, लेकिन विधायक दीपिका पांडे जैसे लोग उनकी बेइज्जती करने में लगे हैं। यह व्यवहार पुलिस के मनोबल को गिराने जैसा है। मामले में सरकार को भी ध्यान देना चाहिए।