रांची: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति रामेश्वर उरांव ने विश्व पर्यावरण दिवस पर कहा है कि आदिवासी बहुल झारखंड हमेशा से प्रकृति पूजक रहा है।
यही कारण है कि जब देश-दुनिया में हाल के कुछ वर्षों में वन क्षेत्र में कमी आयी है। वहीं झारखंड में वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य का प्रकृति के साथ अटूट संबंध रहा है और पर्यावरण की रक्षा हमारा सामूहिक दायित्व है। उन्होंने लोगों से प्रकृति के संरक्षण में योगदान की अपील की।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने कहा कि भारत में प्रकृति पूजा और प्रकृति के साथ जीने की लम्बी परम्परा रही है।
प्रतिशत जैव विविधता से परिपूर्ण झारखंड जलवायु परिवर्तन नियंत्रण अभियान में पूरे देश को एक नयी दिशा प्रदान करने में सक्षम है।
प्रकृति के साथ सामंजस्य पूर्ण तरीके से रहना और जैव विविधता की रक्षा करना सभी नागरिकों का कर्त्तव्य है।
प्रवक्ताओं ने सभी राज्यवासियों से पर्यावरण संरक्षण में योगदान करने की अपील की, ताकि आने वाली पीढियों को रहने योग्य धरती सौंपी जा सके।