रांची: यास साइक्लोन को लेकर झारखंड के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने मंगलवार को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
उन्होंने छह सबसे ज्यादा संभावित प्रभावित जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला, रांची, खूंटी और बोकारो के उपायुक्तों को विशेष निर्देश दिए हैं।
उन्होंने निर्देश दिया है कि साइक्लोन के फलस्वरूप विद्युत आपूर्ति बाधित होने की सम्भावना है। अतः सभी अस्पतालों में जहां मरीज भर्ती हों, वहां पर विद्युत आपूर्ति की वैक्ल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने की तत्काल कार्रवाई की जाए।
विद्युत विभाग विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति ससमय बहाल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। विद्युत आपूर्ति बाधित होने के फलस्वरूप पेयजलापूर्ति बाधित होने की सम्भावना है।
इस परिस्थिति में पेयजलापूर्ति बाधित होने पर पेयजलापूर्ति ससमय बहाल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित की जाए।
साइक्लोन के फलस्वरूप दूरसंचार भी प्रभावित होने की स्थिति में दूरसंचार की वैकल्पिक व्यवस्था जैसे सेटेलाइट फोन, वायरलेस कम्युनिकेशन इत्यादि सुनिश्चित की जाए तथा बाधित दूरसंचार सेवा को ससमय बहाल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि तेज हवा और अतिवृष्टि एवं तटवर्ती इलाको में बाढ के फलस्वरूप लोगों के घर ध्वस्त होने की सम्भावना है।
अतः प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यतानुसार शेल्टर कैम्स स्थापित कर लोगों को शेल्टर कैम्स में स्थानांतरित करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
साइक्लोन के फलस्वरूप बाढ आने से लोगों के घर ध्वस्त होने पर जो परिवार बेघर होते है। उनके लिए तत्काल प्लास्टिक की सीट उपलब्ध कराई जाए तथा एसडीआरएफ के आइटम्स एंड नॉर्म्स के तहत उन्हे पर्याप्त राहत मुहैया कराई जाए।
सड़कों पर पेड़ों के गिर जाने के फलस्वरूप आवगमन बाधित होने की स्थिति में आवगमन तत्काल बहाल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
साइक्लोन के फलस्वरूप आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने की कार्रवाई की जाए।
स्वर्ण रेखा, खरकई और चाण्डिल डैम के जल स्तर पर नजर रखी जाए। बचाव टीम को अलर्ट मोड पर रखे।
साथ ही पानी के लेवल की जानकारी अपडेट करते रहे और आवश्कतानुसार पानी रिलिज करने के पूर्व आपसी सहमति बना ले, ताकि किसी भी प्रकार की जानमाल की क्षति न हो।
वन विभाग और नेशनल हाईवे की टीम आपसी तालमेल स्थापित करते हुए अलर्ट मोड पर रहे जिससे पेड़ के टूट के गिरने या अन्य किसी प्रकार के हादसा होने पर त्वरित राहत कार्रवाई की जा सकें।
सभी सदर अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी में विद्युत आपूर्ति, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी सुनिश्चित करे।
एसपी ऑफिस, डीसी आफिस और जेल सहित अन्य जरूरी सरकारी संस्थाओ में विद्युत आपूर्ति बाधित न हो, यह सुनिश्चित करें।
सभी विद्युत स्टेशन एवं सब स्टेशन में टीम को सुरक्षित मोड पर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल राहत मिल सकें। सुरक्षा टीम और आवश्यक अधिकारियों के वाहन की उपलब्धता और सुरक्षा सुनिश्चित करें।