रांची: सांसद संजय सेठ ने सोमवार को रांची रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक नीरज अम्बष्ठ भी साथ थे।
सेठ ने स्वास्थ्य केंद्र के संबंध में उनसे जानकारी प्राप्त की और उनसे पूछा कि कोरोना संक्रमण काल में रेलवे ने क्या-क्या तैयारी की है।
नीरज ने बताया कि रांची स्टेशन पर स्थित स्वास्थ्य केंद्र मुख्य रूप से प्राथमिक उपचार का केंद्र है और सामान्य मरीजों का इलाज यहां किया जाता है, जहां डॉक्टर और मेडिकल टीम अपनी सेवा देती है।
इसके अतिरिक्त हटिया में रेलवे का मुख्य अस्पताल है, जिसे जिला प्रशासन ने कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया है। वहां कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त रेल प्रशासन के द्वारा यथासंभव यात्रियों को हर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
सेठ ने उन्हें निर्देश दिया की रांची रेलवे स्टेशन पर स्थित स्वास्थ्य केंद्र और हटिया रेलवे अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए।
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्थानीय रेल प्रशासन को पूरी तरह तैयार रहना चाहिए और दोनों ही स्टेशनों पर आने वाले यात्री जो बीमार पड़ते हैं, उनके समुचित उपचार का प्रबंध रेल प्रशासन करें। इसकी पूरी निगरानी भी हो।
सेठ ने निर्देशित किया कि रेल यात्रियों के साथ-साथ रेल कर्मचारियों के स्वास्थ्य की देखभाल भी रेलवे की जिम्मेवारी है और इस लिहाज से रेल प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य करें।
इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक ने सांसद को बताया कि कोरोना संक्रमण से 22 रेल कर्मियों की मौत हुई है।
300 से अधिक रेलकर्मी कोरोना से संक्रमित हैं और लगभग एक दर्जन रेलकर्मी अस्पताल में भर्ती हैं। जिनके समुचित उपचार की देखभाल रेल प्रशासन कर रहा है।
टीकाकरण केंद्र पहुंचे सांसद
सेठ ने हिनू स्थित कोरोना टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया। वहां मौजूद कर्मचारियों से बातचीत की, टीका लेने आए नागरिकों से भी बातचीत की।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान को लेकर नागरिकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
स्वास्थ्य कर्मचारी भी काफी सेवा भाव से काम कर रहे हैं। देश के हर नागरिक को टीका मिले, इसके लिए केंद्र सरकार काफी तेज गति से काम कर रही है।