रांची: रांची सांसद संजय सेठ ने कांके के जुमार नदी तट पर स्थित श्मशान घाट का शनिवार को निरीक्षण किया।
सेठ ने कहा कि शहर में एकमात्र शमशान घाट मुक्तिधाम की स्थापना दशकों पूर्व हुई थी, जब शहर की आबादी महज तीन लाख के आसपास थी।
शहर की बढ़ती आबादी के कारण इस मुक्तिधाम पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
वर्तमान समय में शहर में जनसंख्या का घनत्व बहुत बढ़ चुका है। इस वजह से हरमू मुक्तिधाम पर काफी दबाव रहता है।
इसके अतिरिक्त मुक्तिधाम के आसपास घनी आबादी भी बस चुकी है। स्थानीय नागरिकों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
सेठ ने कहा कि बढ़ते जनसंख्या दबाव को देखते हुए रांची में अब एक अतिरिक्त श्मशान घाट की आवश्यकता महसूस हो रही है ताकि देह त्याग चुके आत्माओं का अंतिम संस्कार बेहतर तरीके से हो सके।
साथ ही श्मशान घाट पर आने वाले परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने कहा कि जुमार नदी पर स्थित श्मशान घाट को विस्तारित रूप देकर शहरवासियों के लिए उपयोगी बनाने की योजना पर वो काम कर रहे हैं।
इसके लिए कई समाजिक संस्थाएं व समाजिक कार्यकर्ता भी सहयोग करने को तैयार हैं।
सेठ ने यह भी कहा कि जुमार नदी पर शमशान घाट को विस्तारित रूप देने व वहां अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए वे सांसद निधि से भी कार्य करने को तैयार हैं।
इस पुण्य कार्य में स्थानीय समाज भी सहयोग को तैयार है।
कई सामाजिक संगठन व सामाजिक कार्यकर्ता भी इस क्षेत्र में कार्य करने की इच्छा प्रकट कर चुके हैं।
उक्त शमशान घाट को विस्तारित रूप देने को लेकर सांसद ने उपायुक्त को पत्र भी लिखा है।