रांची : खूंखार माओवादी कमांडर नागेंद्र उरांव (Maoist commander Nagendra Oraon) को रिमांड पर लेकर नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की रांची शाखा ने गहराई से पूछताछ की है।
बताया जाता है कि पलामू के पांकी के नागेंद्र उरांव (Nagendra Oraon) ने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। गौरतलब है कि तीन अलग-अलग घटनाओं में 22 पुलिस के जवान शहीद हो गए थे।
लातेहार पुलिस ने बीते छह जून को नागेंद्र को गिरफ्तार किया था। नागेंद्र माओवादियों के गुरिल्ला दस्ता का कमांडर था।
12 जवानों की मौत में था शामिल
जानकारी के अनुसार, पिछले कई वर्षों से वह माओवादियों के मारक दस्ते का भी प्रमुख रहा था। वर्ष 2013 कटिया में जिस माओवादी हमले में 12 जवानों की मौत हुई थी, उस हमले में भी नागेंद्र उरांव शामिल था।
हमले के बाद माओवादियों ने शहीद पुलिस जवानों के शरीर में Id फिट किया गया था। 2018 में माओवादी दस्ते ने खपरी महुआ में पुलिस की टीम पर हमला किया था।
इसमें 6 जवान शहीद हुए थे। 2019 में माओवादियों (Maoists) ने चंदवा थाना क्षेत्र में हमला किया था। इसमें चार जवान शहीद हुए थे। पुलिस के अनुसार, इन सब कांडों में नागेंद्र शामिल रहा है।