रांची: झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि कोरोना काल में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सरकार ने सभी किसानों को उचित समय पर धान बीज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
इसके लिए पहले चरण में 44 हजार क्विंटल धान बीज की खरीदारी का ऑर्डर दिया जा चुका है।
कई जिलों में धान बीज पहुंच भी गया है और अब इसके वितरण का काम शुरू हो चुका है।
कृषि मंत्री रविवार को रांची में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री ने बताया कि राज्य में कृषि विभाग की ओर से 20 वर्षों में पहली बार किसानों की सहूलियत के लिए विभाग की ओर से कैलेंडर बनाया गया था और 25 मई को राज्यभर में सभी प्रखंडों में बीज उत्सव दिवस मनाया जाना था।
लेकिन इस बीच महामारी के कारण बीज उत्सव दिवस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया।
कृषि मंत्री बादल ने कहा कि अब धान बीज को डिलीवरी सिस्टम के माध्यम से किसानों तक पहुंचाने का निर्णय किया गया है।
उन्होंने कहा कि 12 मई को ही गोड्डा जिले में बीज उपलब्ध कराने के साथ ही वितरण भी प्रारंभ हो चुका है।
पहले चरण में 4288 क्विंटल धान बीज उपलब्ध करा दिया गया है।
कृषि मंत्री ने कहा कि रोहणी नक्षत्र को धान की बुआई और रोपणी के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है।
इन क्षेत्रों में 25 मई तक घर-घर धान बीज उपलब्ध करा दिया जाएगा और शेष इलाकों में एक जून तक धान बीज उपलब्ध करा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह धान बीज राज्य सरकार की ओर से 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराया जाता है।
किसानों से आग्रह है कि वे इसका अधिक से अधिक लाभ उठाये।
लैम्पस-पैक्स की ओर की गयी मांग के अनुसार उन्हें प्राथमिकता के आधार पर बीज उपलब्ध कराया जाता है।
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने धान बीज के साथ ही खाद की भी जरुरत होती है।
केंद्र सरकार से हुई बातचीत के अनुसार कोरोना संक्रमण की वजह से इस वर्ष भी पिछले साल के अनुसार की कीमत रखने का निर्णय लिया गया है।
राज्य में तीन कंपनियां खाद उपलब्ध कराती है।
लेकिन उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ लोकल डिस्ट्रीब्यूटर खाद के लिए अधिक कीमत वसूल रहे है।
इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने विभागीय सचिव और निदेशक को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
सरकार किसानों की चिंता से वाकिफ है, इस बार भी विभाग की ओर से टास्क फोर्स का गठन कर किसानों को उचित कीमत पर धान बीज उपलब्ध कराएगी।
किसानों को धान का उचित कीमत नहीं मिल पाने और राज्य सरकार द्वारा की गयी धान खरीद के एवज में किसानों को अब तक पूरा भुगतान नहीं मिल पाने के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि वे आज ही इस संबंध में वित्त सह खाद्य आपूर्ति रामेश्वर उरांव से बात करने जा रहे हैं।
बातचीत के बाद भुगतान को लेकर आ रही समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा।
इस मौके पर उपस्थित प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि सरकारी स्तर पर 50 प्रतिशत अनुदानित दर पर किसानों को धान बीज मिलने से बड़ी ही राहत मिलेगी और इस वर्ष रिकॉर्ड उत्पादन की भी उम्मीद है।
इसके साथ ही उन्होंने कृषि मंत्री से यह भी आग्रह किया कि जो किसान गैर सरकारी दुकानों से धान बीज और खाद की खरीदारी करते है।
उनका दोहन ना हो और उन्हें उत्तम किस्म की बीज उपलब्ध हो सके।
इस दिशा में भी विभाग अपने स्तर से आवश्यक कार्रवाई करें।