रांची: झारखंड के पूर्व मंत्री और मांडर से विधायक बंधु तिर्की ने कहा है कि एचईसी क्षेत्र से 32 गांव के लोग विस्थापित हुए हैं।
हेमंत सरकार उन्हें बसाये। तिर्की ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 14 मार्च को पुराने विधानसभा स्थित मैदान में विस्थापितों के पुनर्वास की मांग को लेकर रैली आयोजित की गई है।
इस रैली में न सिर्फ एचईसी के 32 गांव के विस्थापित बल्कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से हुए विस्थापितों के पुनर्वास करने की मांग को लेकर रैली बुलाई जा रही है।
बंधु तिर्की ने कहा कि एचईसी से 32 गांव से लगभग 25000 लोग विस्थापित हो गए लेकिन सरकार के रिकॉर्ड में लगभग 400 ही के नाम दर्ज है।
वे कौन लोग हैं और कहां गए इसकी खोजबीन सरकार को करनी है। विस्थापितों के पुनर्वास के लिए आयोग की गठित करने की मांग की जा रही है।
पिछले दिनों विधानसभा बजट सत्र में ध्यानाकर्षण के दौरान भी मैंने सदन में यह सवाल उठाया था। जिसके समर्थन में कई विधायक भी आए और स्वयं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि इस पर बहुत जल्द निर्णय लेंगे जिसका हम स्वागत करते हैं लेकिन सरकार अपनी है तो हमलोग चाहते हैं कि अविलंब इस पर निर्णय लिया जाए।
आयोग गठन किया जाए ताकि धनबाद, बोकारो, हजारीबाग जैसे अन्य जिलों में जो विस्थापित हुए हैं, उनका पुनर्वास किया जा सके। उसको मुआवजा दिया जा सके।
इसी मांग को लेकर यह भव्य रैली आयोजित की जा रही है। जिसमें विस्थापित अपने परिवार के साथ आयोग गठन करने की मांग करेंगे। इस मौके पर कई विधायक भी शामिल होंगे।