रांची: रांची में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) मरीजों की संख्या 21 हो गई है। शहर के चार अस्पतालों में म्यूकरमाइकोसिस के मरीज भर्ती हैं।
6 मरीजों का इलाज मेडिका, 3 मरीज का राज अस्पताल और एक आर्किड अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं सबसे ज्यादा 11 मरीज रिम्स में इलाजरत हैं।
साथ कोरोना से ठीक हुए मरीजों की स्क्रीनिंग व काउंसिलिंग की जा रही है।
म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के उपचार व इलाज के लिए एंफोटरइसिन-बी इंजेक्शन की महत्वपूर्ण भूमिका है। डब्ल्यूएचओ में इस ड्रग के इस्तेमाल की स्वीकृति दी है।
ब्लैक फंगस के मरीजों में यह काफी कारगर है। एक्सपर्ट के अनुसार, शुरू से ही एंफोटरइसिन बी की मांग कम रही, इसलिए स्टॉकिस्ट के पास भी इसकी उपलब्धता नहीं थी।
कई चिकित्सक पीएम को दवा उपलब्ध कराने के लिए ट्वीट कर चुके।
ऐसे में जरूरत को देखते हुए केंद्र से राज्य में एंफोटरइसिन-बी की पर्याप्त डोज भेजी गई है। करीब 3 हजार डोज राज्य को मिली है।
यह अस्पतालों में मांग के अनुसार सप्लाई की जाएगी। ड्रग डिपार्टमेंट के अनुसार, विभाग ने एंफोटरइसिन-बी के लिए एडवाइजरी जारी की है।
अस्पताल प्रबंधन को एक रिक्विजिशन फॉर्म दिया गया है। जिस भी मरीज को दवा की जरूरत होगी, उसका डिटेल और जांच रिपोर्ट मेल आईडी में भेजेंगे।
ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में निजी अस्पताल प्रबंधन मरीज से दवा के लिए एमआरपी से अधिक शुल्क नहीं वसूल सकेंगे। शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी होगी।