Ranchi Dheeraj Sahu: झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू (Dheeraj Sahu) और उनके करीबियों के ठिकानों से तीन सौ करोड़ से अधिक की नकदी मिल चुकी है।
इन ठिकानों में झारखंड, ओडिशा और पश्चिमी बंगाल के दस ठिकाने शामिल हैं। आईटी की छापेमारी (IT raid) चौथे दिन शनिवार को भी चली। IT की टीम के साथ CISF के जवान भी मौजूद रहे।
धीरज साहू के रांची में रेडियम रोड स्थित आवास में तीन बैग भी बरामद हुए। हालांकि, उसमें क्या है इसकी जानकारी अभी तक नहीं दी गई।
धीरज साहू के लोहरदगा स्थित आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी खत्म हो गयी है। बताया गया है कि ओडिशा के आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम चार गाड़ियों में कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों से भरे कई बैग लेकर वापस गई है।
उस बैग में क्या है, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है। हालांकि, अनुमान है कि इन बैग में नकदी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं।
आयकर विभाग के महानिदेशक संजय बहादुर ने मीडिया को बताया कि कैश इतना ज्यादा है कि इसकी गिनती में अभी दो दिन और लगेंगे। इसके बाद ही आधिकारिक रूप से इसपर जानकारी दी जा सकेगी।
भाई गोपाल साहू पिछली बार हजारीबाग से चुनाव लड़े
उल्लेखनीय है कि आईटी की टीम ने कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू से संबंधित कंपनियों के झारखंड, ओडिशा और बंगाल के 10 स्थानों पर छह दिसंबर सुबह छापेमारी शुरू की थी। आईटी की टीम ने मशीनों का उपयोग करके नोटों की गिनती की और 157 बैगों में भरकर उसे एक ट्रक पर लोड कर बैंक में पहुंचाया।
बताया जाता है कि सांसद धीरज साहू का परिवार खानदानी रूप से कांग्रेस में हैं। उनके पिता स्वर्गीय बलदेव साहू को राय साहब की उपाधि मिली थी।
किसी दौर में चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी इनके लोहरदगा स्थित आवास पर रुकती थीं। धीरज साहू के बड़े भाई शिवप्रसाद साहू रांची के कांग्रेस सांसद थे।
उनके एक भाई गोपाल साहू (Gopal Sahu) पिछली बार हजारीबाग से चुनाव लड़े थे। धीरज साहू कुल छह भाई हैं। इनमें से पूर्व सांसद शिवप्रसाद साहू और नंदलाल साहू का निधन हो चुका है।