रांची: राज्य के पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने मंगलवार को झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य, सार्वजनिक वितरण तथा उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामेश्वर उरांव से मुलाकात की।
सरयू राय ने कहा कि मुलाकात के दौरान उन्होंने मंत्री के साथ कई बिंदुओं पर बातचीत की।
उन्होंने बताया कि उनके साथ राज्य की वित्तीय स्थिति के बारे में चर्चा की, तो उन्होंने बताया कि फरवरी, 2021 तक राज्य की वित्तीय स्थिति काफी अच्छी थी।
उसके बाद कोरोना के दूसरे चरण में टैक्स की वसूली में काफी कमी आई है।
मैंने उनसे आग्रह किया कि वे राज्य की वित्तीय नीति में बदलाव के लिए सक्षम आर्थिक विशेषज्ञों की सलाह ले और उनसे जानकारी प्राप्त करें कि लम्बे समय से झारखण्ड की वित्तीय स्थिति में यहां के प्राकृतिक संसाधनों के अनुरूप सुधार क्यों नहीं हो रही है।
कारण की जब तक झारखण्ड वित्तीय मामलों में सुदृढ़ नहीं होगी, यहां के टैक्स वसूली नहीं बढ़ेगी तब तक झारखण्ड विकसित राज्य नहीं बन सकेगा।
उन्होंने कहा कि वे न केवल राज्य की आमदनी बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं बल्कि फिजूलखर्ची को भी कम करने की दिशा में कदम उठा रहे है। मैंने उनसे निवेदन किया कि राज्य के उद्योगों को गति देने के लिए भी नीतिगत परिवर्तन आवश्यक है।
फिलहाल राज्य के वितमंत्री को केन्द्र सरकार से जोरदार आग्रह करना चाहिए कि झारखण्ड के लिए ‘इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन’ विमुक्त करें, कारण कि झारखण्ड के उद्योगों का बड़ा हिस्सा इंडस्ट्रियल आक्सीजन नहीं मिलने के कारण मृतप्रायः हैं। इससे राज्य का टैक्स संग्रह भी प्रभावित हो रही है।
उन्होंने आश्वस्त किया कि वे इस के लिए प्रयास करेंगे। उराँव ने केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना का टीका मुफ्त नहीं दिये जाने पर चिंता व्यक्त किया कि वित्तीय दृष्टि से कमजोर राज्यों के लिये टीका पर धन व्यय करना कठिन होगा।
साथ ही यह देश की संघीय व्यवस्था के लिये स्वस्थकर नहीं होगा। मैंने उनके विचार से सहमति व्यक्त करते हुये कहा कि सभी दलों एवं संगठनों को इसके लिये केन्द्र के सामने आवाज उठाना चाहिये।
यह राज्यहित एवं जनहित का मामला है। एक देश-एक टीका नीति होगी तभी झारखंड जैसे राज्य अपने नागरिकों को टीका दिलवा पायेंगे।
आदित्यपुर के सेव लाईफ अस्पताल प्रकरण में कांग्रेस के प्रवक्ताओं की भूमिका पर भी मैंने चर्चा की और प्रवक्ताओं की स्थिति के बारे में उनसे जानकारी चाहा।
उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने उपयुक्त स्तर पर आवश्यक निर्देश दे दिया है तथा आगे वे इसका ध्यान रखेंगे।