रांची : लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath) पर राजधानी रांची के जिला स्कूल (Jeela School) परिसर में छठ उपयोगी सामानों की दुकानें सज गई हैं। गागल, नारियल, सूप, दौरा, मिट्टी के कलश, फल, आम का लकड़ी सहित अन्य पूजा के समान बिक रहे हैं।
छोटू कुमार गागल बेच रहे हैं। दो पीस गागल की कीमत 60 रुपये है। वह समस्तीपुर से जिला स्कूल परिसर में दुकान लगाने आए हैं। सभी गागल को मुजफ्फरपुर से लेकर पहुंचे हैं।
आज से ही शुरू हो गई है बिक्री
बिक्री आज से ही शुरू हो गई है। भोला साव सुखदेव नगर चूना भट्टा निवासी नारियल बेच रहे हैं। दो नारियल 50 रुपये में बेंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि 30 साल से यह काम कर रहा हूं। छठ को लेकर बाहर से बाहर से नारियल मंगवाता हूं और बेचने का काम करता हूं। बिक्री शुरू हो गई है।
संतोष कुमार अपर बाजार के गाड़ी खाना के रहने वाले हैं। पिछले पांच साल से पूजा के सामग्री का दुकान जिला स्कूल परिसर में लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूजा के सभी सामान हमारे यहां उपलब्ध हैं।
अखरोट एक पीस तीन रुपये, जाफर एक पीस तीन रुपये, सुपारी एक पीस एक रुपये, कमल गट्टा एक पीस एक रुपये, पिस्ता बादाम एक रुपए एक पीस, किशमिश 200 रुपये एक किलो, काजू 600 रुपये एक किलो, छुहारा 350 रुपये एक किलो, एक बंडल अलता पत्ता पांच रुपये, मखाना 700 रुपये किलो, बड़ी इलायची एक पीस एक रुपये में बेंच रहे है।
कैलाश सिंह किशोरगंज निवासी सूप और दौरा बेच रहे है। उन्होंने कहा कि स्पेशल सूप एक पीस 180 रुपये, नॉर्मल सूप एक पीस 120 रुपये, लकड़ी का पंखा एक पीस 40 रुपये, सुपली एक पीस 70 रुपये, मजबूत दौरा एक पीस 650 रुपये, छोटा दौरा एक पीस 350 रुपये, डाला बड़ा एक पीस 350 पीस, डाला छोटा एक पीस 250 रुपये, डाला चौड़ा एक पीस 170 रुपये में बेच रहे हैं।
एक किलो आम का लकड़ी 30 रुपये में
नुदरत रेन डेली मार्केट निवासी ने कहा कि जिला स्कूल परिसर में पिछले पांच वर्षों से फल का दुकान लगा रहा हूं। बिक्री शुरू हो गयी है लेकिन ज्यादा नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि संतरा एक किलो 60- 80 रुपये, बड़ा सेव एक किलो 70 – 80 रुपये, छोटा सेव 90- 100 रुपये एक किलो में बेच रहे हैं जबकि होलसेल दाम में भी हमारे पास सभी फल उपलब्ध है। संतरा एक पेटी का पेटी 800-1200 रुपये , सेव बड़ा एक पेटी 800 रुपये, छोटा सेव 700- 800 रुपये बेच रहे हैं।
पप्पू कुमार गुप्ता (Pappu Kumar Gupta) ने कहा कि उनके पिता राम अवतार गुप्ता भी आम का लकड़ी बेचा करते थे। वह भी छठ पर्व पर आम का लकड़ी बेचने का काम करते हैं।
एक किलो आम का लकड़ी 30 रुपये में बेच रहे हैं। 20 रुपये में कलश और 10 रुपये में ढक्कन बेच रहे हैं। दीया एक रुपये और बड़ा पांच रुपये में बिक रहा है।