नई दिल्ली: कोरोना का ये मुश्किल वक्त ऐसा है कि जिसने कइयों के अपनों को छीन लिया है।
महामारी में सबसे बड़ा दुख ये भी है कि आप अपने किसी को सही से विदा भी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि महामारी ही ऐसी है।
इस मुश्किल वक्त के बीच ट्विटर पर एक कहानी सामने आई है, जिसमें एक डॉक्टर ने बताया है कि कैसे एक मरीज मां के बेटे ने अंतिम वक्त में उसके लिए कुछ गुनगुनाया और अपनी मां को विदा किया।
दरअसल, दीपशिखा घोष एक डॉक्टर हैं जो सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहती हैं।
उन्होंने ही 12 मई को ट्विटर पर ये किस्सा साझा किया है।
दीपशिखा ने बताया, ‘आज मेरी शिफ्ट के अंत से पहले एक कोविड मरीज के रिश्तेदार को कॉल किया जो शायद ही अब बच सके।
हम अपने हॉस्पिटल में इस तरह के लोगों के लिए ये चीज़ें आमतौर पर करते हैं।
कोविड मरीज़ के बेटे ने मुझसे मेरे कुछ मिनट मांगे थे। बेटे अपनी मरती हुई मां के लिए एक गाना गाया।
तेरा मुझसे है, पहले का नाता कोई…गीत गाया। मैं वहीं फोन पकड़े खड़ी थी और उसकी मां और उस गाते देख रही थी।
नर्सें नजदीक आकर चुपचाप खड़ी हो गईं। गाते हुए उसके स्वर लड़खड़ाने लगे…लेकिन उसने गीत को पूरा किया।
उसने मुझसे अपनी मां के बारे में पूछा। शुक्रिया कहा और कॉल काट दिया।
मैं और नर्सें वहीं खड़े रहे। हमने अपना सिर हिलाया, हमारी आंखे नम हो गईं थीं।
इसके बाद नर्सें एक एक कर अपने अपने मरीज़ के पास चली जाती हैं।
इस गीत ने हम सभी को हमेशा के लिए बदल दिया है, कम से कम मुझे तो, यह गीत हमेशा उनका रहेगा।