रांची: राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने फिर एक बार राज्य सरकार से रूपा तिर्की के हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
उन्होंने इस घटना में आरोपी नेताओं और अधिकारियों की सोशल मीडिया में वायरल ऑडियो को भी सुनाया।
शनिवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मरांडी ने कहा कि झारखंड के अंदर रूपा तिर्की हत्याकांड की सीबीआई जांच करने की मांग को लेकर आंदोलन चल रहा है।
रूपा की मां द्वारा लिखित रूप से दिए गए एफआईआर में तीन व्यक्ति का नाम शामिल है।
जिसमे एक नाम मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि एवं झामुमो सचिव पंकज मिश्रा का है।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात उसके मां के दिये गए एफआईआर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और बाद में जिला के एसपी प्रेस रिलीज़ जारी कर दो लोग से पूछताछ का जिक्र करते है।
लेकिन पंकज मिश्रा के नाम की कोई चर्चा ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि उसके बाद अभी एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पत्थर व्यापारी एवं एवं दरोगा के बीच बातचीत हो रही है।
उसमें पंकज मिश्रा एवं डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा का जिक्र किसी से छुपा नहीं है।
अवैध माइनिंग, पैसे लेकर ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर मर्डर में मैनेज वाली बात का जिक्र हो रहा है।
अब वही दारोगा दबाव में आकर बयान दे रहे हैं कि मेरी ऐसी कोई बात नहीं हुई थी लेकिन पत्थर व्यवसाई अपनी बात पर पूरी तरह अडिग है कि हां मेरी दारोगा से बातचीत हुई है।
उन्होंने कहा कि इससे समझा जा सकता है कि वहां सरकार कैसी चल रही है।
ये सब मुख्यमंत्री के संरक्षण में पंकज मिश्रा एक गैंग बनाकर साहेबगंज में नहीं पूरे संथाल परगना में अवैध कारोबार में लगे हुए हैं।
प्राकृतिक संसाधन पत्थर, बालू एवं कोयला का अवैध रूप से लूट कर राज्य के खजाने मे भरने के बजाय अपने खजाने में भर रहे हैं।
मरांडी ने कहा कि पिछले दिनों झामुमो के वरिष्ठ विधायक विधानसभा में भी अवैध खनन और अवैध ट्रक पास को लेकर मामला उठाया था।
विधानसभा से बाहर भी स्पॉट में जाकर सैकड़ों ट्रक को रोककर धरना में बैठ गए थे। यह सब पंकज मिश्र में संरक्षण में चल रहा है।
इससे यह पता चलता है कि पंकज मिश्रा का कितना प्रभाव है और जो दागी पुलिस अधिकारी है जिसपर भ्रस्टाचार का मामला चल रहा है और रूपा तिर्की वाले केस को रफा-दफा करने का आरोप है उसे ही जांच करने के लिए लगा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आईजी भी 10-15 गाड़ी पुलिस फोर्स लेकर रूपा के परिजनों को डराने उसके घर पहुंच गई।
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी ताकत के खिलाफ जांच कौन करेगा, जहां पंकज मिश्र के लठैत के रूप में एसपी, डीसी, डीएसपी, आईजी काम कर रहे हो तो रूपा तिर्की के परिजन को कैसे न्याय मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि रूपा तिर्की को न्याय दिलाने के लिए राज्य की जनता एवं आदिवासी संगठन सड़क पर आंदोलन कर रहे है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग करते है कि राज्य की जनता की भावनाओं को समझते हुए बिना विलंब किये सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी चाहिए।
यदि वह अनुशंसा नही करती है तो हम सीबीआई जांच को लेकर कोर्ट का रुख करेंगे।