रांची : एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के खिलाफ साजिश रचने के मामले (ED Conspiracy Cases) में एजेंसी ने बड़ा खुलासा किया है।
बताया जा रहा है कि जांच में खुलासा हुआ है कि पहले जेल में बंद एक नक्सल ग्रुप (Naxalite group) के सुप्रीमो से संपर्क साधा गया था। लेकिन, उसने ऐसा कुछ भी करने से इनकार कर दिया।
इसके बाद दूसरे माओवादी समूह से संपर्क किया गया, लेकिन वहां भी बात नहीं बनी। इसके बाद अमन साव गैंग के एक गुर्गे से ED के एक अधिकारी पर फायरिंग करवाने की साजिश रची गई। यह बात भी सामने आई है कि अमित अग्रवाल व प्रेम प्रकाश ने जेल में आईफोन का भी लगातार इस्तेमाल किया है।
प्रेम प्रकाश से दो लड़कियों की मुलाकात कराई गई
इतना ही जेल के अंदर से भी ट्रांसफर-पोस्टिंग करवाने के साक्ष्य एजेंसी को मिले हैं। ED ने कई दर्जन नंबरों के सर्विलांस में रखे जाने के बाद इससे संबंधित साक्ष्य मिले हैं।
सर्विलांस के बाद ED के पास कई कॉल रिकॉर्ड हैं, जिसमें IAS व IPS अधिकारियों से प्रेम प्रकाश, अमित की बातचीत की पुष्टि हुई है।
जानकारी के मुताबिक, अप्रैल महीने में प्रेम प्रकाश के लिए जेल में पार्टी के आयोजन की बात आई थी। इस पार्टी में बाहर से कुछ लोगों के भी शामिल होने की जानकारी थी।
हालांकि ED को इससे जुड़े फुटेज नहीं मिले। सूत्रों के मुताबिक, प्रेम प्रकाश (Pream Praksh) से दो लड़कियों की मुलाकात कराई गई थी। ताकि ED के असिस्टेंट डायरेक्टर स्तर के एक अधिकारी को फर्जी केस में फंसाया जा सके।