रांची: श्रम विभाग झारखंड सरकार और फिया फाउंडेशन द्वारा संचालित राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की तत्परता से आठ लड़कियां वापस अपने गृह राज्य को लौट आई हैं।
वापस लौटने के बाद इन लड़कियों ने राज्य सरकार से यहीं नौकरी मुहैया कराने की मांग की है।
ऐसा हो जाने से रोजगार के लिए किसी दूसरे राज्य जाने की जरूरत ही नहीं रहेगी।
ये लड़कियां रांची के बेड़ो प्रखंड, गुमला के सिसई और रायडीह प्रखंड की रहने वाली हैं। ये तमिलनाडु के त्रिपुरा में रह रहीं थीं।
इन्हें वापस लाने में गुमला जिला प्रशासन और श्रम विभाग गुमला के श्रम अधीक्षक की भूमिका भी अहम रही।
मालूम हो कि बेड़ो की द़ो, गुमला सिसई और रायडीह की छह युवतियों को कौशल विकास के तहत सतीश नाम के युवक ने दस हजार के वेतन पर भेजा था। वहां पहले इन युवतियों को भेस्ट इंडिया गारमेंट्स में रखा गया था।
इसके बाद युनिसोर्स ट्रेंड इंडिया में ले जाया गया। इन जगहों पर सुबह सात बजे से रात सात बजे तक काम कराया जाता था। कम पैसे दिए जाते थे। एक लड़की ने बताया कि फिलहाल कई लड़कियां वहीं फंसी हैं।
इनकी उम्र 14 से 15 वर्ष के बीच की है। राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की काउंसलर रजनी तापे ने बताया कि सभी को अपने-अपने घर भिजवा दिया गया है।