नई दिल्ली: भारत को अगले सप्ताह कोरोना से जंग में वैक्सीन के तौर पर तीसरा हथियार मिल सकता है।
अगले सप्ताह से भारत में रूस की बनी स्पूतनिक वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है।
नीति आयोग की स्वास्थ्य समिति के सदस्य वीके पॉल ने बताया कि स्पूतनिक वैक्सीन भारत पहुंच चुकी है।
मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है और उम्मीद है कि अगले सप्ताह से यह मार्केट में उलब्ध होगी।
हमें उम्मीद है कि रूस से जो सीमित सप्लाई आई है, वह अगले सप्ताह से बिक्री के लिए उपलब्ध होगी।
पॉल ने कहा कि इस वैक्सीन की और भी खेप आएगी। उन्होंने कहा कि भारत में जुलाई से स्पूतनिक वैक्सीन का उत्पादन भी शुरू होने वाला है।
भारत में स्पूतनिक वैक्सीन के 15.6 करोड़ डोज तैयार किए जाएंगे।
फिलहाल देश में अब तक करीब 18 करोड़ कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी हैं।
अमेरिका में सबसे ज्यादा 26 करोड़ टीके लगे हैं। भारत कोरोना टीकों के मामले में तीसरे नंबर पर है।
पॉल ने कहा कि हमें खुशी है कि देश में 45 साल से अधिक आयु के एक तिहाई लोगों को कोरोना से सुरक्षा कवच दिया जा चुका है।
45 साल या उससे अधिक आयु के ही 88 फीसदी लोगों की कोरोना के चलते मौतें हुई हैं।
ऐसे में इस आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण जरूरी था और इस पर ही पहले फोकस किया गया है।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा है कि देश में 187 जिलों में कोरोना के केसों में बीते 2 सप्ताह से लगातार गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है।
यूपी, दिल्ली जैसे राज्यों में पॉजिटिविटी रेट कम हुआ है।
इसके अलावा बिहार में भी हालात सुधरे हैं और एक्टिव केसों की संख्या एक लाख से कम हो गई है।