रांची: झारखंड में कार्यरत होमगार्ड के जवान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार से कार्य बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
इससे राज्य के कई संस्थाओं खासकर अस्पताल, सरकारी संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है।
होमगार्ड के सैकड़ों जवान लगभग एक महीनें से विधानसभा के पास धरने पर बैठे थे और सरकार से मांग कर रहे थे कि कार्यरत 29 हजार जवानों को रोजगार दें, ताकि जवान भी अपना जीवन यापन कर सकें।
लेकिन, राज्य सरकार की ओर से जवानों की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया।
रांची सहित राज्य के विभिन्न जिलों में तैनात होमगार्ड जवान कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर चले गए हैं।
झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव राजीव तिवारी ने बताया कि राज्य में 29 हजार होमगार्ड जवान हैं।
इसमें 10 हजार से भी कम होमगार्ड को काम मुहैया कराई जा रही हैं। स्थिति यह है कि जिन होमगार्ड को काम नहीं मिला है, उसकी स्थिति काफी दयनीय हैं।
राज्य में शतप्रतिशत होमगार्ड जवानों को रोजगार मिले इसे लेकर विधानसभा के पास धरने पर बैठे थे।
लेकिन, सरकार की ओर से ध्यान नहीं दिया गया। सरकार के रैवैया को देखते हुए होमगार्ड के जवानों ने राजधानी सहित पूरे राज्य में कार्य बहिष्कार किया है।
बिहार की तर्ज पर सुविधा देने का आग्रह भी एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री से किया गया।
लेकिन कोई ठोस पहल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि होली पर गृह रक्षक के जवानों को 365 दिन का कार्य मुहैया कराया जाय और बिहार की तर्ज पर सुविधा उपलब्ध हो।
अगर सरकार हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं करती है, तो होमगार्ड के जवान इस बार होली का त्योहार नहीं मनाएंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते आठ मार्च से होमगार्ड के जवान आंदोलनरत है।