रांची: कोरोना की दूसरी लहर में देश में जहां एक दिन में मिलने वाले मरीजों की संख्या 5 लाख को पार कर जाएगी, केवल झारखंड में एक दिन में मिलने वाले मरीजों की संख्या 10,250 से अधिक हो सकती है।
जी हां ये दो दिन पूर्व नीति आयोग ने राज्य सरकार को चेताया है कि यदि लापरवाही नहीं रुकी तो न सिर्फ तीसरी लहर का आना तय है, बल्कि तीसरी लहर दूसरी लहर से ज्यादा भयानक होगी।
राज्य में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अभी पूरी तरह थमी भी नहीं है कि तीसरी लहर की बढ़ती संभावना ने स्वास्थ्य महकमा की चिंता बढ़ा दी है।
नीति आयोग के द्वारा यह रिपोर्ट दो दिन पहले कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में राज्य के स्वास्थ्य सचिवों के साथ हुई बैठक में एक प्रजेंटेंशन के माध्यम दिखाई गई है।
नीति आयोग की इस चेतावनी के बारे में स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना की पहली लहर में देशभर में एक दिन में अधिकतम 97807 मरीज मिले थे।
दूसरी लहर में 4,12,624 हो गयी। तीसरी लहर में यह संख्या पांच लाख के आंकड़े को पार कर सकती है।
वहीं, झारखंड की बात करें तो पहली लहर में जहां दैनिक मरीजों की संख्या 3,500 के आंकड़े को पार नहीं कर सकी थी, दूसरी लहर में 28 अप्रैल को एक दिन में मिलने वाले मरीजों की संख्या 8,000 पार गयी।
यदि समय रहते हम सावधान नहीं हुए, तो तीसरी लहर में यह संख्या 10,000 को भी पार कर सकती है।