रांची : नगड़ी अंचल कार्यालय में इन दिनों जमीन माफियाओं की चलती है। दलालों के प्रभाव में आकर अंचल कार्यालय किसी की भी जमीन किसी के नाम कर सकती है, ऐसा ही मामला नगड़ी अंचल में सामने आया है।
इसे लेकर नगड़ी अंचल के सीओ, सीआई और कर्मचारी के खिलाफ सीएम, भू राजस्व सचिव, रांची डीसी, अपर समाहर्ता सहित अन्य सक्षम अधिकारियों से शिकायत की गई है।
शिकायत में अंचल कार्यालय के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का प्रकाष्ठा दिखाते हुए जमीन कारोबारियों की मिलीभगत से दाखिल खारिज करने का आरोप लगाया गया है।
शिकायत में जहीरन खातून पति स्वर्गीय अजीज अंसारी, जमीला खातून पति स्वर्गीय जाबिर अंसारी एवं असमुन खातून पति-करामत अंसारी, ग्राम-कुंदी पतराटोली, थाना-इटकी, जिला-रांची ने कहा है रांची जिले के नगड़ी अंचल कार्यालय द्वारा व्यापक गड़बड़ी करते हुए आपत्ति के बावजूद दाखिल खारिज वाद संख्या 367/2020-2021 दिनांक 03.06.20201 से म्युटेशन कर दिया गया।
जबकि इस वाद के विरुद्ध तीन आपत्ति दर्ज कराई गई।
इन आपत्तियों को दरकिनार करते हुए अंचल कार्यालय की मिलीभगत से दाखिल खारिज कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि इस म्यूटेशन को अस्वीकृत करने की अनुशंसा भी सीआई स्तर से की गई है, इसके बावजूद सीआई की रिपोर्ट की अनदेखी कर गलत ढंग से म्यूटेशन किया गया है।
अंचल के बंद कमरे में तैयार की गई स्थल निरीक्षण रिपोर्ट
शिकायत में कहा गया है दाखिल खारिज वाद संख्या 367/2021-2022 पूर्ण रूप से फर्जी तरीके से तैयार की गई डीड के आधार पर फाइल की गई है।
इस दाखिल खारिज के लिए जो डीड प्रस्तुत किया गया है वह फर्जी वंशावली के आधार पर बने गलत विक्रेता द्वारा बेचा गया था।
उक्त जमीन पर दाखिल खारिज के वादी का किसी भी प्रकार से कब्जा तक नहीं है। इसके बावजूद अंचल कार्यालय द्वारा बंद कमरे में स्थल निरीक्षण रिपोर्ट तैयार की गई है।
आपत्ति के बावजूद कर्मचारी, सीआई और अंचल पदाधिकारी स्तर से वास्तविकता को भी दरकिनार कर दिया गया।
जबकि इलाके के जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों ने भी इस जमीन की हकीकत अंचल कार्यालय को बताई है। मामला मौजा पुंदाग के खाता नंबर 01, प्लॉट नंबर 2150, थाना नम्बर 228, की 15 डिसमिल जमीन से जुड़ा है।
अंचल कार्यालय द्वारा भरोसा दिलाने के बाद की गई गड़बड़ी
बीते 2 जून को गलत ढंग से डीड तैयार करने के दूसरे ही दिन 3 जून को अंचल कार्यालय में दाखिल खारिज आवेदन दिया गया और पूरे अंचल कार्यालय को अपने प्रभाव में लेकर दाखिल खारिज करवा लिया गया।
जबकि अंचल अधिकारी सीआई और कर्मचारी के द्वारा शिकायतकर्ता को यह भरोसा दिलाया गया था कि किसी कीमत पर यह दाखिल खारिज स्वीकृत नहीं होगा।
इसके बावजूद 3 सितंबर 2021 को रात के समय ऑनलाइन स्टेटस पर देखने पर जानकारी हुई कि गलत ढंग से अंचल कार्यालय द्वारा म्यूटेशन कर दिया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार इसी तरह अंचल कार्यालय द्वारा तीन अन्य दाखिल खारिज करने की भी तैयारी है।
इनमें दाखिल खारिज वाद संख्या 1198/2021-22, 1834/2021-22, 1915/2021-22 शामिल हैं।
इन दाखिल खारिज वाद के विरुद्ध भी आपत्ति दर्ज कराई जा चुकी है। लेकिन अंचल कार्यालय की भूमिका इन दाखिल खारिज बाद में भी संदिग्ध नजर आ रही है।