रांची: शिक्षा विभाग के सचिव राजेश शर्मा ने कहा है कि निश्चित रुप से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ऑन लाइन पढाई से वंचित रह गये हैं।
बच्चों की इस समस्या का समाधान हो इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं। झारखंड के 35,441 स्कूलों में बीते 20 दिन से पढाई पूरी तरह से बंद थी।
जिलों में कहीं व्हाट्सएप ग्रुप नहीं था तो कहीं डिजिटल कंटेंट नहीं मिल पाने की वजह से ऐसी स्थिति थी। तमाम परेशानियों की समीक्षा के बाद सोमवार से ऑनलाइन पढाई शुरू हो रही है।
तमाम विभागीय प्रयास के बाद भी राज्य के स्कूलों में पढने वाले 70 फीसदी स्टूडेंट्स कोरोना के दौरान पढाई से वंचित ही रह गये हैं।
बच्चों को ऑनलाइन एजुकेशन मिलता रहे इसके रुटीन तैयार कर छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल पढाई से मध्याहन भोजन तक की समीक्षा होगी। सोमवार को स्कूलों में ऑनलाइन क्लास और डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराने को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा सभी उपायुक्तों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
ऑनलाइन क्लास के सफल संचालन, गोड्डा का ज्ञानोदय मॉडल लागू करवाने से लेकर डिजिटल वैन चलवाने के प्रयासों पर चर्चा होगी।
इसके साथ-साथ मध्याह्न भोजन योजना में कुकिंग कॉस्ट की राशि बच्चों के बैंक खाते में भेजने की स्थिति, छात्र-छात्राओं का खाता खोलने की वास्तविक स्थिति से लेकर कुछ जिलों में स्कूलों की जमीन की समस्याओं के निराकरण की भी समीक्षा की होगी।
साथ ही कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में अनुबंध पर चल रही नियुक्ति प्रक्रिया, 15वें वित्त आयोग, मनरेगा के तहत स्कूलों में चले काम और भुगतान संबंधित जानकारी भी ली जायेगी।