रांची: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसके बावजूद वर्ष 2021 में नक्सलियों ने 216 वारदातों को अंजाम दिया है।
पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि नक्सलियों ने जनवरी में 40, फरवरी में 37, मार्च में 29, अप्रैल में 28, मई में 24, जून में 25 और जुलाई में 33 सहित कुल 216 वारदातों को अंजाम दिया है।
आंकड़ों पर गौर करें तो झारखंड में वर्ष 2019 और 2020 की तुलना में झारखंड में 2021 में ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं।
वर्ष 2020 में जनवरी में 24, फरवरी में 20, मार्च में 18, अप्रैल में 19, मई में 30, जून में 23, जुलाई में 29 सहित कुल 174 नक्सली घटनाएं हुई हैं।
इसके पूर्व वर्ष 2019 में जनवरी में 41, फरवरी में 22, मार्च में 22, अप्रैल में 16, मई में 28, जून में 33, जुलाई में 25 सहित कुल 187 वारदातों को नक्सलियों ने अंजाम दिया।
छह ईनामी नक्सली मारे गए
हालांकि, झारखंड में पुलिस अभियान की वजह से अब सिर्फ 138 इनामी नक्सली ही बचे हैं। इस वर्ष में छह ईनामी नक्सली मारे गए हैं, जबकि नौ नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
नौ नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इस वर्ष 24 इनामी नक्सली कम हुए हैं।
इनमें भाकपा माओवादी के नक्सली, टीपीसी और पीएलएफआई के उग्रवादी शामिल हैं।
झारखंड सरकार ने प्रशांत बोस सहित चार नक्सलियों पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया है
उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार ने प्रशांत बोस सहित चार नक्सलियों पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया है।
जिन नक्सलियों के ऊपर एक करोड़ का इनाम घोषित किया गया है, इनमें भाकपा माओवादी पोलित ब्यूरो मेंबर प्रशांत बोस, मिसिर बेसरा, सेंट्रल कमेटी मेंबर असीम मंडल और अनल दा उर्फ पतिराम मांझी शामिल है।
इसके अलावा 135 अन्य नक्सलियों पर 25 लाख से लेकर एक लाख रुपये तक का इनाम घोषित है।
देश के 25 अति नक्सल प्रभावित जिलों में आठ झारखंड के जिले शामिल हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्र की एसआरआई स्कीम के तहत नक्सल प्रभाव वाले जिलों की समीक्षा की थी।
समीक्षा के दौरान गृह मंत्रालय ने पाया था कि पूर्व में देशभर के 90 जिले नक्सल प्रभावित थे।
अब इन जिलों की संख्या घटकर 70 रह गयी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 70 में से 25 जिलों को अति माओवादी प्रभाव वाला माना है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने माओवादी गतिविधियों के हिसाब से गढ़वा जिले को डिस्ट्रिक्ट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है।
गढ़वा जिले के बुढ़ा पहाड़ में हाल के दिनों में माओवादी गतिविधि बढ़ी है। देश के 25 अति नक्सल प्रभावित जिले में आठ झारखंड के जिले शामिल हैं।
झारखंड में नक्सल प्रभावित 16 जिलों में रांची, बोकारो, चतरा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरिडीह, गुमला, हजारीबाग, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं, जबकि आठ अति नक्सल प्रभावित जिले में चतरा, गिरिडीह, गुमला, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं।