रांची: रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र के पंचशील नगर में बुधवार की रात नाला में गिर तेज धार में बहे सब्जी विक्रेता अजय प्रसाद अग्रवाल का शव तीसरे दिन शुक्रवार को ड्रोन की मदद से परिजनों ने ढूंढ निकाला।
शुक्रवार को विश्वकर्मा पूजा और करमा की वजह से रांची नगर निगम की टीम भी लापता अजय प्रसाद अग्रवाल की तलाश के लिए घटनास्थल नहीं पहुंची थी। लेकिन स्थानीय लोगों ने हार नहीं मानी और उनकी ओर से सुबह से ही लगातार खोजबीन की जा रही थी।
नाला के जिस स्थान पर अजय के फंसे होने की आशंका थी, वहां स्थानीय लोगों की ओर से नाला के अंदर प्रवेश कर सुबह से खोजबीन शुरू की गई। हालांकि उस स्थान पर लापता अजय का कोई सुराग नहीं मिला।
इसके बाद स्थानीय लोगों ने कांके डैम जाने वाले रास्ते में भी उसकी तलाश की। फिर परिजन और स्थानीय लोग ड्रोन कैमरे से कांके डैम में तलाश की।
स्थानीय निवासी आलोक अग्रवाल ने बताया कि रांची नगर निगम की टीम ने कहा है कि वह विश्वकर्मा और करमा पूजा की वजह से नहीं आ पायी है। लेकिन स्थानीय लोग लगातार लापता अजय की तलाश कर रहे हैं।
ड्रोन के सहयोग से उनका शव ढूंढ निकाला गया है। पंडरा ओपी प्रभारी पृथ्वी सेन दास ने बताया कि नाले में बहने वाले सब्जी व्यवसायी के परिजनों ने स्थानीय लोगों की मदद से ड्रोन मंगाकर शव को खोज लिया है।
कांके डैम से लगभग आधे किलोमीटर पहले नाले में दवा हुआ शव मिला है। फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को अजय अग्रवाल को खोजने के लिए एनडीआरएफ की टीम के साथ नगर निगम और पंडरा पुलिस भी लगी हुई थी।
लेकिन 12 घंटे तक तलाश के बाद भी कुछ पता नहीं चला था। इस दौरान पंचशील नगर, शाहदेव नगर, ओझा मार्केट होते हुए कांके डैम तक डेढ़ से दो किमी तक पानी के बहाव के बीच सभी गड्ढों और आसपास के झाड़-पतवार को खंगाला गया, लेकिन टीम के हाथ निराशा लगी थी।
मालूम हो कि बुधवार की रात सब्जी विक्रेता अजय प्रसाद अग्रवाल साइकिल से गिर पंचशील नगर में पुलिया के पास असंतुलित होकर पानी में गिर गये थे।पानी का बहाव तेज था, जिस कारण वह नाले में बह गये थे।