रांचीः फेस्टिवल मनाइए, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को भी भूलना नहीं है। क्योंकि कोरोना संक्रमण की चपेट वाले केरल, महाराष्ट्र, नॉर्थ ईस्ट से बड़ी संख्या में लोग रांची समेत झारखंड राज्य भर में आए हैं और ऐसे में संक्रमण के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता है।
इसलिए पूजा के दौरान भीड़भाड़ से बचना बेहद जरूरी है। यह भूलना नहीं चाहिए कि कोरोना की दूसरी लहर होली के बाद ही आई थी और अपना प्रकोप दिखा गई।
इसे देखते हुए डॉण् देवेश ने कहा कि ऐसे में कोरोना आने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता।
दोबारा भी हो सकता है संक्रमण
उन्होंने कहा, ऐसे में उन लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, जो अब तक कोरोना संक्रमित नहीं हुए हैं और कोरोना का टीका भी नहीं लिया है।
लोग दोबारा भी संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए सतर्कता जरूरी है। पूजा के दौरान लोगों को भीड़भाड़ से बचना होगा। डॉण् देवेश ने कहा, छठ तक लोगों को सतर्क रहना होगा।
पैनल टेस्टिंग जरूरी
डॉ. ने कहा, अब पैनल ऑफ टेस्टिंग पर ध्यान देना होगा। सिर्फ एक जांच पर फोकस नहीं करना चाहिए।
पैनल ऑफ टेस्टिंग से एक बार जांच में इंफ्लूएंजा, एचवन एनवन, हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, कोविड आदि जांच होती है।
कोरोना से बचाव के लिए मास्क व वैक्सीनेशन सबसे जरूरी है। जिन्होंने दोनों डोज नहीं ली है, उन्हें खासकर ज्यादा बचकर रहने की जरूरत है।
क्या कहते हैं डाॅक्टर्स
रिम्स क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉण् प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि जहां भीड़ होगी वहां कोविड की आशंका अधिक रहेगी।
कोरोना माइक्रोड्रॉपलेट से फैलता है। माइक्रोड्रॉपलेट से भीड़ में आने वाले लोगों को संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जिस शहर में आना जाना ज्यादा होगा, वहां कोरोना होने का खतरा अधिक रहेगा।