रांची: अरगोडा थाना पुलिस ने जेवर व्यवसायी से हथियार के बल पर आधा किलो सोने के जेवर लूटकांड मामले का खुलासा करते हुए सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अपराधियों में दानिश मजहर उर्फ डायमंड, दिनेश प्रजापति, हरि गोप, जतिश महतो उर्फ हसमुख, करण सिंह उर्फ टोनु, तौकीर आलम और असलम अंसारी शामिल है। जबकि मामले में एक अपराधी फरार है।
उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इनके पास से लूट के 25 लाख रुपये के जेवर, काला रंग का पल्सर बाइक, दो स्कूटी, आठ मोबाइल फोन और घटना के समय उपयोग किए गए हेलमेट और कपड़े बरामद किए गए हैं।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 26 मार्च को अरगोड़ा थाना क्षेत्र के बिजली ऑफिस के पास तीन अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर व्यवसायी और उनके कर्मचारी से 25 लाख रुपए के सोने की जेवर लूट ली थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची के सिटी एसपी सौरभ के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में लूटी गई सोने की जेवर बरामद करते हुए सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही घटना में प्रयोग किया गया बाइक और स्कूटी भी बरामद किया है।
अनुसंधान के क्रम में यह पाया गया है कि जतिन और एक फरार अपराधी जेवर के कोलकाता से लाए जाने की जानकारी देने और रेकी करने और लूट की घटना अंजाम देने में पाई गई है।
व्यवसायी से लूट की घटना को अंजाम देने में करण सिंह उर्फ टोनु, तौकीर आलम और असलम शामिल थे।
गिरफ्तार करण सिंह उर्फ टोनु गुमला जिले के बसिया थाना क्षेत्र में एक हत्या और एक बैंक लूट कांड में शामिल रहा है।
यह पीएलएफआई से भी जुड़ा हुआ है। तौकीर आलम रांची जिला अंतर्गत विभिन्न थाना के कई हत्या और लूट के कांड में वांछित है।
तौकीर ने ही 14 वर्ष पूर्व रांची के चर्चित धनुका हत्याकांड में को अंजाम दिया था।
इसके अलावा नामकुम थाना क्षेत्र में सिंह भाइयों की हत्या सहित बारह से अधिक हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। तौकीर पहले भू माफियाओं का शूटर का काम करता था।
मामले में पुलिस इन्हें रिमांड में लेकर बहुत से अनसुलझे हत्याकांड का खुलासा करेगी।
उल्लेखनीय है कि 2009 में राजू धानुका की हत्या तब कर दी गयी थी, जब वह कचहरी रोड स्थित पंचवटी प्लाजा में अपने कार्यालय से लिफ्ट से नीचे उतरे थे।