रांची: राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में अराजकता और भय का माहौल हो गया है। इस सरकार में अपराधी बेलगाम हो गये हैं।
इस अक्षम और निष्क्रिय सरकार के कारण राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चौपट हो गयी है।
चौपट हो भी कैसे नहीं, मंत्री-विधायक, अधिकारी सबके सब केवल और केवल तुष्टिकरण की राजनीति में व्यस्त हो गये हैं।
हर काम में सरकार अपना वोट बैंक देख रही है। रघुवर दास शुक्रवार को भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के रांची ग्रामीण जिला अध्यक्ष स्व जीतराम मुंडा के परिजनों से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि जीतराम मुंडा की पिछले दिनों अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।
रघुवर दास ने कहा कि हमारी सरकार में अपराधी छिपते फिर रहे थे। वे ही आज खुलेआम हत्या, बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और सरकार कान में तेल डालकर सोई हुई है। इन्हें सरकार का भी संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि अपने आप को आदिवासी हितैषी सरकार बतानेवाली हेमंत सरकार में सबसे ज्यादा आदिवासी ही प्रताड़ित हो रहे हैं।
चाहे रूपा तिर्की का मामला हो या चाईबास में आदिवासियों का नरसंहार। यहां तक की मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में भी बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं।
बंगाल की तरह ही झारखंड में भी विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है, जिसे भाजपा कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
मुंडा के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी हो, नहीं तो हम भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे। मुंडा के परिजनों के साथ भाजपा परिवार खड़ा है। इसके बाद दास गोलीबारी में घायल राजकिशोर साहू से अस्पताल में जाकर हालचाल लिया।
इस दौरान रांची के सांसद संजय सेठ, भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, खिजरी के पूर्व विधायक रामकुमार पाहन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
रांची कैंसर अस्पताल का लिया जायजा
इसके बाद रघुवर दास ने कांके में बन रहे रांची कैंसर अस्पताल का जायजा लिया। यहां कार्य प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
उल्लेखनीय है कि दास ने दस नवंबर 2018 को टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा के साथ रांची में कैंसर अस्पताल का भूमि पूजन किया था। 300 से ज्यादा बेड की क्षमतावाला यह अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा।
इसके खुलने के बाद झारखंड के लोगों को कैंसर जैसी घातक बीमारी के लिए दूसरे राज्यों के चक्कर नहीं काटने होंगे।